पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदोी की रैली होनी थी। गृह मंत्रालय के मुताबिक, सुरक्षा में हुई चूक के कारण पीएम मोदी की रैली को रद्द कर दिया गया। मंत्रालय के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था। ऐसे में जैसे ही पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा, वह वहां 15 से 20 मिनट तक फंसे रहे थे। इस बात को लेकर भाजपा नेताओं से लेकर फिल्म निर्माता व पत्रकारों ने भी पंजाब की कांग्रेस सरकार से सवाल किये हैं। वहीं कुछ लोग पीएम मोदी की रैली के रद्द होने का कारण वहां मौजूद खाली कुर्सी बता रहे हैं।
फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने प्रधानमंत्री मोदी का काफिला फंसने पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “पंजाब सरकार द्वारा पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है। जो भी इसके लिए जिम्मेदार है, उसे निलंबित कर सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा, भारत की सुरक्षा है। सभी राजनैतिक दलों को चरणजीत चन्नी की सरकार के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार की निंदा करनी चाहिए।”
फिल्म निर्माता अशोक पंडित यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा, “आतंक का समर्थन करने के कारण कांग्रेस पार्टी ने अपने दो प्रधानमंत्री गंवा दिये, लेकिन अभी भी कोई सबक नहीं सीखा। दुख की बात है कि यह स्थिति पंजाब में बन रही है।”
अशोक पंडित ने एक ट्वीट के जरिए राज्य में राष्ट्रपति शासन की भी मांग की। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई चूक से साबित होता है कि जब से नए मुख्यमंत्री ने गद्दी संभाली है, खालिस्तानियों ने पंजाब को अपने हाथ में ले लिया है। ऐसे में चुनाव तक यहां राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। भारत ऐसा जोखिम नहीं उठा सकता है।”
पंजाब में हुई सुरक्षा चूक पर पत्रकार सुशांत सिन्हा ने भी सवाल खड़े किये। उन्होंने लिखा, “देश के पीएम नरेंद्र मोदी जी की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? जब पीएम बाय रोड जाएंगे। इसकी क्लियरेंस रही होगी पंजाब के डीजीपी या पुलिस की तरफ से, तो प्रदर्शनकारी कहां से आए, कौन थे और उन्हें हटाया क्यों नहीं गया? देश के पीएम 20 मिनट जाम में फंसे रहे, सोचिए क्या हो सकता था?”
जेडीयू प्रवक्ता डॉक्टर अजय आलोक ने मामले को लेकर पंजाब सरकार को बर्खास्त करने की भी मांग की। उन्होंने लिखा, “ये प्रधानमंत्री मोदी जी की सुरक्षा में चूक का मामला नहीं है। ये देश की सुरक्षा में सेंधमारी है। तत्काल प्रभाव से पंजाब सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए। वैसे भी बॉर्डर राज्य है, चुनाव होने ही वाले हैं।”