देश में कानून बनते ही उसे तोड़ने की कोशिश होने लगती है- मुकेश खन्ना बोले, हम डेमोक्रेसी का नुकसान उठा रहे
मुकेश खन्ना का कहना है कि हम सबसे बड़ी डेमोक्रेटिक देश हैं लेकिन हम इसका नुकसान उठा रहे हैं। उनका मत है कि देश में केवल दो पार्टियां हो, एक तरफ बीजेपी और दूसरी तरफ...

मुकेश खन्ना अक्सर अपने विचारों को सोशल मीडिया के जरिए व्यक्त करते हैं। अपने बयानों के कारण वो कभी- कभी विवादों में भी आ जाते हैं। मुकेश खन्ना ने अब कहा है कि हम डेमोक्रेसी का नुक़सान उठा रहे हैं। उनका कहना ये भी है कि अमेरिका की तरह ही भारत में टू पार्टी सिस्टम होनी चाहिए। अपने यूट्यूब चैनल ‘भीष्म इंटरनेशनल’ पर एक वीडियो के माध्यम से उन्होंने ये बातें कही है।
उन्होंने कहा, ‘भारत सबसे बड़ी डेमोक्रेटिक कंट्री मानी जाती है। सुनकर अच्छा लगता है लेकिन मुझे दुख तब होता है जब हम उस डेमोक्रेसी का फायदा नहीं, नुकसान उठाते रहते हैं। धीरे- धीरे अब इंसान इतना शातिर होता जा रहा है कि वो कानून का फायदा उठा रहा है। हमारे यहां एक मशहूर कहावत है कि जिस दिन देश में कानून बनता है उसके एक दिन पहले उस कानून को कैसे तोड़ा जाए, इस पर काम शुरू हो जाता है।’
मुकेश खन्ना ने कहा कि हमारे देश का कानून सबूतों पर चलता है और इस कारण कई शातिर लोग पकड़े नहीं जाते। उनका कहना है कि हमारे देश मे अगर कोई अमीर अपराध करता है तो वो पैसे के बल पर जल्दी छूट भी जाता है। उन्होंने कहा, ‘ये डेमोक्रेटिक कंट्री में होता है क्योंकि डेमोक्रेटिक कंट्री सबूतों पर चलती है और सबूतों को मिटाना उनके बाएं हाथ का खेल होता है।’
मुकेश खन्ना का कहना है कि डेमोक्रेसी का नुक़सान हम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि इसमें हम अपने बचाव के तरीके ढूंढ लेते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के लिए डंडा जरूरी है। वो बोले, ‘हमारे देश मे डंडा चाहिए। जबतक डंडा नहीं आएगा तब तक सिकंदर बने जो लोग हैं वो ये करते रहेंगे।’ मुकेश खन्ना का मत है कि जिस तरह से अमेरिका और ब्रिटेन में सिर्फ दो पार्टियां हैं, भारत में भी केवल दो पार्टियां होनी चाहिए।
मुकेश खन्ना ने कहा, ‘बीजेपी तो सबसे बड़ी पार्टी है। तो एक तरफ बीजेपी और बाकी सब पार्टियों को लेकर यह घोषणा कर दीजिए और इस बात को आवश्यक बना दीजिए कि वे सभी एक में मिल जाएं। एक ओर बीजेपी और दूसरी तरफ सभी पार्टियों से मिलकर बनी एक पार्टी और फिर चुनाव करवाईए। इससे फायदा ये होगा कि एक ही पार्टी रूलिंग पार्टी होगी। आजकल बिल पास नहीं होने दिया जाता क्योंकि छोटी राजनीतिक पार्टियां फायदे के लिए इधर से उधर मिल जाती है।’
मुकेश खन्ना का स्पष्ट मत है कि देश में केवल दो ही पार्टियां होनी चाहिए जिससे उनके अनुसार, देश की निर्बाध प्रगति हो सके।