बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने एक इंटरव्यू में साउथ इंडियन फिल्मों की दिल खोलकर तारीफ की है। इसी के साथ उन्होंने बॉलीवुड के फिल्ममेकर्स को लेकर भी बड़ी बात बोली है। उन्होंने कहा कि साउथ की सफलता देख बॉलीवुड के फिल्ममेकर घबरा गए हैं।
बॉलीवुड को दी नसीहत: इन दिनों कई साउथ इंडियन फिल्में हिंदी बेल्ट में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। जिनमें अल्लु अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’, ‘आरआरआर’ और ‘केजीएफ चैप्टर 2’ नाम शामिल हैं। इसे लेकर एक्टर का कहना है कि इन फिल्मों की सफलता के बाद सब कांप गए हैं। मनोज बाजपेयी ने साउथ इंडस्ट्री की खूबियां गिनवाते हुए बॉलीवुड को सीख लेने की नसीहत भी दी है।
दिल्ली टाइम्स से बातचीत में मनोज बाजपेयी ने कहा कि साउथ इंडियन फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही हैं, मुझे या मेरे जैसे दूसरे लोगों को छोड़िए, मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के फिल्ममेकर्स कांप गए हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या करना है। साउथ इंडियन फिल्में हिंदी डब होकर भी 300 करोड़ रुपये का कारोबार कर रही हैं। जबकि सूर्यवंशी 200 करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाई थी।
साउथ इंडस्ट्री में है पर्फेक्शन: मनोज ने कहा कि वो लोग हर शॉट को बेस्ट शूट करने का प्रयास करते हैं। वो ऐसे शूट करते हैं जैसे उन्होंने पहले ही कल्पना कर ली हो। वो अपने दर्शकों का सम्मान करते हैं, इमानदारी से काम करते हैं, सब दर्शकों पर नहीं लाद देते। मुंबई के फिल्ममेकर्स को सीखना चाहिए की फिल्में कैसे बनाई जाएं।
बता दें कि इससे पहले राम गोपाल वर्मा ने भी बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि नॉर्थ के एक्टर साउथ वालों से जल रहे हैं। दरअसल ये ट्वीट उन्होंने सुदीप किच्चा और अजय देवगन के बीच चल रहे हिंदी भाषा विवाद को लेकर किया था।
किच्चा ने केजीएफ की सफलता पर बात करते हुए एक इवेंट में कह दिया था कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है। जिसपर अजय ने उनसे सवाल कर लिया था कि तो अपनी फिल्मों को हिंदी में डब क्यों करते हो। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर लंबी चौड़ी बहस छिड़ी। साउथ के कई नेताओं ने अजय देवगन का विरोध किया।