Lata Mangeshkar Health Updates: लता मंगेशकर अभी भी हैं ICU में, अगले हफ्ते हो सकती हैं हॉस्पिटल से डिस्चार्ज
Lata Mangeshkar Health Updates: स्वर कोकिला लता मंगेशकर को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लता मंगेशकर की हालत अब स्थिर है। फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं। अस्पताल में लता दीदी पिछले छह दिनों से हैं। सोशल मीडिया पर भी तमाम गलत अफवाहें दीदी की सेहत को लेकर फैलाई जा रही हैं। तमाम सेलिब्रिटी ने उनके स्वस्थ होने की सूचना दी है।

Lata Mangeshkar Health Updates: लता मंगेशकर को लेकर अच्छी खबर आ रही है। लता दीदी की तबीयत में अब तेजी से सुधार हो रहा है। हाल ही में उनके स्वास्थ्य को मॉनिटर करने के लिए अमेरिका के क्लीवलैंड क्लिनिक के डॉक्टरों के एक समूह ने लता मंगेशकर जी से मुलाकात की। डॉक्टर्स के मुताबिक लताजी अब पहले से काफी बेहतर हैं। इस बात की जानकारी आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने ट्वीट के मार्फत दी। वहीं एक्टर धर्मेंद्र ने भी लता जी को लेकर एक इमोशनल ट्वीट किया। ट्वीट के साथ उन्होंने लता जी की थ्रोबैक तस्वीर भी शेयर की। धर्मेंद्र ने लिखा- ‘जान हो जमाने की… यूं ही मुस्कुराती रहो… लव यू लता जी’। लता जी अभी भी आईसीयू में ही हैं। लेकिन उनकी स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। लता जी की बहन उषा मंगेशकर ने के हवाले से पीटीआई ने लिखा है कि वो लगातार ठीक हो रही हैं। अभी भी वो अस्पताल के आईसीयू में हैं। जब डॉक्टर उन्हें घर ले जाने की इजाजत देंगे तब उन्हें घर लेकर जाएंगे।
वहीं सोशल मीडिया पर एक बार गलत अफवाहों ने जोर पकड़ा जिसपर समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड ने उनकी भतीजी रचना शाह के हवाले से बताया कि हम सबकी प्यारी लताजी अब काफी ठीक हैं। उन्होंने भी लता जी के फैंस और देशवासियों से अपील की कि अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें और इसे ज़रा भी बढ़ावा न दें। वहीं आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने ट्वीट कर लता जी की हालत को स्थिर बताया।
लता मंगेशकर को लेकर कुछ दिन पहले ही लता दीदी के परिवार वालों ने स्पष्ट किया था कि उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है और वे सभी उनके पूरी तरह स्वस्थ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि लता मंगेशकर को घर वापस ले जा सकें। पिछले कुछ दिनों से ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आ रही गलत जानकारियों पर कई सेलेब्स और मीडिया रिपोर्ट के द्वारा बताया जा चुका है कि इन अफवाहों पर ध्यान न दें। वैसे लता दीदी कब तक हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होंगी ये जानकारी पिछले 48 घंटों में न तो मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की तरफ से बताया गया है और न ही परिवार के किसी सदस्य ने इस बारे में बात की है।
लता मंगेशकर को 11 तारीख की सुबह सांस लेने में दिक्कत के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद बताया गया कि उन्हें इंफेक्शन हुआ है और साथ में निमोनिया भी। इसके बाद उन्हें ICU में लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा गया था। हालांकि अब उनकी सेहत में बहुत तेजी से सुधार हो रहा है। फैंस बार बार ये सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर लता दीदी घर वापस कब आएंगी?
लता दीदी की उपलब्धियों, उनकी सेहत, पसंद—नापसंद आदि से जुड़ी तमाम रोचक किस्सों और जानकारियों के लिए आप हमारे इस ब्लॉग पर बने रहिए…
Highlights
फिल्म व्यवसाय से जुड़े तनुज गर्ग ने लताजी की तबियत को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए जानकारी दी की लता जी अब तेजी से ठीक हो रही हैं। उन्होंने लिखा- इस बात की खुशी है कि लता दीदी ठीक हो रही है और अगले सप्ताह घर लौटने की संभावना है। कृपया उनके लिए प्रार्थनाएं जारी रखें।ब्रीच कैंडी, खासकर डॉ समदानी, डॉ जनार्दन और डॉ शर्मा को बहुत धन्यवाद।
Shabana Azmi और हेमा मालिनी ने लता मंगेशकर की अच्छी सेहत की कामना की थी। वहीं सोशल मीडिया पर भी फैंस हैशटैग के साथ लता मंगेशकर के जल्दी से जल्दी ठीक होने की बात करते नजर आए।
Spokesperson ने लता मंगेशकर की सलामती की बात कहते हुए लहा कि लता दीदी अभी बेहतर हैं इसके अलावा वह और कुछ नहीं बता सकते।
अभी भी अस्पताल में लता मंगेशकर : आईएनएस के मुताबिक लता मंगेशकर के ऑफीशियल प्रवक्ता ने मंगलवार सुबह बताया कि अब लता मंगेशकर पहले से बहुत अच्छी स्थिति में हैं। फिलहाल वह अस्पताल में ही हैं।
90 साल की लता मंगेशकर को अचानक सांस लेने में परेशानी होने लगी थी। इसके बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्हें तुरंत भर्ती कराया गया था। बताया गया कि वह रविवार रात तक वेंटिलेटर पर ही थीं।
अमेरिका के क्लीवलैंड से डॉक्टर्स लता मंगेशकर के लिए आए हैं। क्लीवलैंड से डॉक्टर्स क्लिनिक के डॉक्टरों के एक समूह ने लता मंगेशकर जी से मुलाकात की। डॉक्टर्स के मुताबिक लताजी अब पहले से काफी बेहतर हैं। इस बात की जानकारी आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने ट्वीट के मार्फत दी।
लता मंगेशकर अभी तक बॉलीवुड में ढेर सारा काम कर चुकी हैं। अब तक वह विभिन्न भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं। साल 2001 में लता मंगेशकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
हाल ही में इंडस्ट्रिलिस्ट हर्ष गोयंका ने भी लता दीदी को लेकर ट्वीट कर बताया था कि अमेरिका के क्लीवलैंड क्लीनिक के डॉक्टरों का एक ग्रुप लता जी की जांच के लिए आया है। यह सूचना देते हुए खुशी हो रही है कि उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है।'
लता मंगेशकर की छोटी बहन उषा मंगेशकर ने कहा कि परिवार के सभी लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब बहन लता मंगेशकर को डॉक्टर्स घर जाने की इजाजत देंगे। उन्होंने कहा कि लता दीदी के स्वास्थ में लगातार सुधार हो रहा है। अभी वह फिलहाल अस्पताल में ही हैं।
लता मंगेशकर की तबीयत के बारे में फैंस जानने की इच्छा लिए हुए हैं। ऐसे में लता जी को लेकर अपडेट सामने आया है। अस्पताल के एक भीतरी सूत्र ने कहा, उनके (मंगेशकर) स्वास्थ्य में अच्छा सुधार हो रहा है। वह अब भी अस्पताल के आईसीयू में हैं। वहीं धर्मेंद्र ने लता मंगेशकर को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- जान हो हमारे जमाने की... यूं ही मुस्कुराती रहो... लव यू लता जी।'
दरअसल यह उस वक्त की बात है जब लता को कम ही लोग जानते थे। उनके छोटे भाई हृदयनाथ मंगेशकर को क्रिकेट खेलने का शौक था और वो अपने बेस्ट फ्रेंड राज सिंह के साथ क्रिकेट खेलते थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो लता मंगेशकर को अपने भाई के दोस्त राज सिंह से प्यार हो गया था। राज सिंह डूंगरपूर के महाराज थे। एक बार जब लता जी के भाई के साथ क्रिकेट खेलने के बाद डूंगरपूर के महाराज राज सिंह भी आए तो उस समय की दोनों पहली मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में ही दोनों एक-दूसरे को पंसद करने लगे थे।
आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका ने ट्वीट कर लता जी की हालत को स्थिर बताया। और यह भी लिखा है कि अमेरिकी डॉक्टर्स के एक समूह ने उनसे मुलाकात की है। हर्ष ने लिखा-'अमेरिका के क्लीवलैंड क्लिनिक के डॉक्टरों के एक समूह ने आज लता मंगेशकर जी से मुलाकात की। जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।"
लता मंगेशकर ने अपने जन्मदिन पर लोगों से कहा था- आपलोगों ने मेरे जन्मदिवस पर ढेर सारी बधाईयां दी हैं। बहुत आशीर्वाद दिए हैं जिसके लिए मैं सबकी दिल से आभारी हूं। आज तक मेरा गाना जो आपलोगों ने पसंद किया है। जानती हूं कि य़े आप लोगों का आशीर्वाद है। प्यार है जो मेरा आज इतना नाम है....
90 साल की लता मंगेशकर को कभी भी स्वस्थ से जुड़ी कोई भी गंभीर बीमारी नहीं हुई है। लता मंगेशकर अपने खाने पीने का हमेशा से खयाल रखती हैं। वह सुबह जल्दी उठती हैं सियाज करती हैं। अपने खानपान को लेकर लता दीदी काफी सजग रही हैं। वह कम ऑयल फूड और तली चीजें खाती हैं। लता दीदी मिर्च मसाला भी कम खाती हैं। अब उनके आहार में हेल्थी चीजें हीं शामिल हैं। इतने सालों से स्वस्थ उनके जीवन राज ही सादा खाना है।
लता मंगेशकर को लेकर एक के बाद एक ट्वीटर पर कई सारे पोस्ट आने शुरू हुए जिनमें गलत खबरें फैलाई जा रही थीं। ऐसे में लता मंगेशतकर के परिजनों ने सूचना दी थी कि लता दीदी अब पहले से बेहतर हैं और अब तेजी के साथ वह रीकवर कर रही हैं।
नामदेव ने लता मंगेशकर की इस पेंटिंग में उनकी छोटी-बड़ी 1436 तस्वीरें लाई हैं। कटिंग्स के साथ बड़े से कैन्वास में उन्होंने इस पेंटिंग को बनाया है। पेंटिंग को देखने के बाद आपको लता मंगेशकर की हर उम्र की झलक मिलेगी। नामदेव ने बताया कि इस तस्वीर को बनाने में उन्हें 11 महीने का समय लगा।
जबलपुर (Jabalpur) में एक चित्रकार हैं रामकृपाल नामदेव (Painter Ramkripal Namdev)। नामदेव लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के बहुत बड़े फैन हैं। लता दीदी की अच्छी सेहस की कामना करते हुए रामकृपाल ने लता की छोटी-छोटी तस्वीरों से बड़ी पेंटिंग बनाई है।
69 साल कीं सुमन चौरसिया लता जी की बहुत बड़ी फैन हैं। उन्होंने लता दीदी के 7,600 रेयर गानों के ग्रामोफोन रिकॉर्डिंग्स को अपने कलेक्शन में सेव करके रखा हुआ है। उनके इस कलेक्शन में इसमें लता द्वारा गाए अलग अलग भाषाओं के गाने मिले हुए हैं। पीटीआई को दिए इंटरव्यू में सुमन ने बताआ- ''मैं बचपन से ही लता जी की फैन हूं। साल 1965 से ही मैं उनके ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स को एक कलेक्ट कर रही हूं। अब मेरे पास लता जी के 7,600 गानों का कलेक्शन है। इन गानों में उनके हिंदी, अन्य भाषी और विदेशी भाषाओं के गाने मिले जुले हैं।'
60 के दशक में लता अपनी फिल्मों में गाना गाने के लिए रॉयल्टी लेना शुरू कर चुकी थी। वे चातही थीं कि सभी गायकों को रॉयल्टी मिले तो अच्छा होगा। वह गाने रिकॉर्ड करना बंद कर दी थीं लेकिन रफी बिना रॉयल्टी गाने को तैयार हो गए थे।
28 सितम्बर 1929 को इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर का पार्श्व गायन की दुनिया में सफर वर्ष 1942 से शुरू हुआ था। अपने 7 दशक से भी लम्बे करियर में उन्होंने अलग-अलग भाषा-बोलियों के 30,000 से अधिक गीतों को स्वर दिया है।
इंदौर स्थित सुमन चौरसिया (69) लता जी के कई गाने संग्रह किए हैं। सुमन अपने आपको बचपन से लताजी का प्रशंसकमानते हैं। वे उनके गाये गानों के ग्रामोफोन रिकॉर्ड वर्ष 1965 से सहेजने शुरू किये थे। फिलहाल उनके पास ऐसे करीब 7,600 ग्रामोफोन रिकॉर्ड का संग्रह है।
साल1942 में इनके पिता की मौत हो गई। इस दौरान ये केवल 13 वर्ष की थीं। नवयुग चित्रपट फिल्म कंपनी के मालिक और इनके पिता के दोस्त मास्टर विनायक (विनायक दामोदर कर्नाटकी) ने इनके परिवार को संभाला और लता मंगेशकर को एक सिंगर और अभिनेत्री बनाने में मदद की।
लता जी 40 के दशक में उस समय के लगभग सारे संगीतकारो के लिए गीत गा रही थी, लेकिन अभी भी एक ऐसा म्यूजिक डायरेक्टर बाकी था जिस के म्यूजिक डायरेक्शन में उन्होने कोई काम नहीं किया था और उनका नाम था नोशाद साहब।
सोशल मीडिया पर लता मंगेशकर को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसको देखते हुए लता मंगेशकर की मीडिया टीम लगातार उनकी तबियत से जुड़ी अपटेड पल पल शेयर कर रही है। ऐसे में अफवाहों से बचें।
लता मंगेशकर की छोटी बहन मीना ताई मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सफलता मिलने और परिवार की हालत सुधरने के बाद भी दीदी ने शादी नहीं की। क्योंकि वह परिवार से अलग नहीं रहना चाहती थीं।
एक बार लता दीदी और सज्जाद हुसैन साहब एक गाने के लिए रिहर्सल कर रहे थे। लता सज्जाद साहब के मुताबिक नहीं गा रही थीं और उनके सुर कहीं भटक रहा थे तभी सज्जाद गरजकर बोले, ‘लता जी, ठीक से गाइए, ये नौशाद मियां का गाना नहीं है।
ताई ने आगे बताया था कि कभी हमसे कोई गलती होती तो गुस्सा होती थीं लेकिन गुस्से में हमें कभी नहीं डांटतीं। खुद पर निकालती थीं।
लता की छोटी बहन ने बताया था- 'मां उन्हें शादी के लिए कहती थीं। लेकिन हमारा और कोई नहीं था। मेरी उम्र उस वक्त 10 साल थी। आशा मुझसे 2 साल छोटी थी। भाई भी छोटा था, हां अगर भाई बड़ा होता तो हम कुछ और कहीं और होते।'
लता मंगेशकर को लेकर खबर आई है कि अब उनकी तबीयत पहले से काफी ठीक हो रही है। 'प्यारे दोस्तों, हम आपको बता कर खुशी मेहसूस कर रहे हैं कि आपकी दुआएं और प्रार्थनाएं. लता जी के काम आ गईं। वह अब बेहतर हैं। आपकी ब्लेसिंग्स के लिए शुक्रिया।'
स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म इंदौर के सिख मोहल्ला में हुआ था। वहां पूरे दिन लता दीदी के सदाबहार गीतों को सुना जा रहा है। वहीं उनके एक फैन ने उनके हर गीतों को एक जगह संग्रहित करने का रिकॉर्ड बनाया है। इंदौर में तमाम जगहों पर उनकी अच्छी सेहत के लिए प्रार्थना सभाएं हुईं जहां लता दीदी के तमाम किस्सों को लोग सुना रहे हैं। वहीं जो लोग ताई को व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं उनकी आंखों से आंसू तक बहते दिखे। जहां इंटरनेट पर अफवाहों का दौर जारी है वहीं उनके जन्म स्थान इंदौर में लोग प्रार्थनाएं कर रहे हैं ताकि दीदी जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं।(News Source- TOI)
आज लता दीदी सबकी प्यारी हैं सभी लोग उनसे बेहद प्यार करते हैं लेकिन 80 के दशक में ये खबरें थी कि लता दीदी का उनकी छोटी बहन आशा भोसले से मनमुटाव है जिसके चलते उनमें कई बार अनबन भी हो चुकी है। इसके अलावा लता दीदी पर म्यूजिक कंपोजर्स से झगड़े और इंडस्ट्री में तानाशाही जैसे आरोप लगते रहे हैं।
लता दीदी की पहली कमाई 25 रुपये थी जो उन्हें एक कार्यक्रम में स्टेज पर गाने के दौरान मिली थी।
1942 में लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर का असमय निधन हो गया। उनकी उम्र सिर्फ 41-42 साल की थी। पिता के निधन के बाद लता मंगेशकर के कंधों पर परिवार चलाने की जिम्मेदारी आ गई। इसके बाद उन्होंने रेडियो के लिए कोई रिकॉर्डिंग नहीं की।
लता के पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी रंगमंच से जुड़े थे। 5 साल की उम्र से ही लता मंगेशकर ने अपने पिता के साथ नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। लता मंगेशकर के पहले नाटक से जुड़ा एक बेहद रोचक किस्सा भी है। पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की नाटक कंपनी का नाम 'बलवन्त संगीत मंडली' था। पहली बार लता पिता के जिस नाटक के साथ मंच पर उतरी थीं उसका नाम था- 'सौभद्र'। अर्जुन और सुभद्रा की कथा पर आधारित नाटक 'सौभद्र' में पंडित दीनानाथ मंगेशकर ने स्वयं अर्जुन का रूप धरा था और 9 साल की छोटी सी लता बनीं थी नारद।
ताई ने बताया कि दीदी अपने ट्विटर अकाउंट को खुद हैंडल करती हैं। हर समय वह गाती हैं लेकिन तानपुरे के साथ अब रियास नहीं करतीं। आशा के बच्चों को अच्छा अच्छा खाना बनाकर खिलाती हैं।
सोशल मीडिया पर लता दीदी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी फर्जी पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसको देखते हुए लता मंगेशकर की मीडिया टीम लगातार लोगों को उनकी तबीयत की जानकारी दे रही है ताकि किसी तरह की कोई भी अफवाह ना फैले।
लता जी 40 के दशक में उस समय के लगभग सारे संगीतकारो के लिए गीत गा रही थी, लेकिन अभी भी एक ऐसा म्यूजिक डायरेक्टर बाकी था जिस के म्यूजिक डायरेक्शन में उन्होने कोई काम नहीं किया था और उनका नाम था नोशाद साहब।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब भी वेंटिलेटर पर ही हैं, लेकिन पहले की अपेक्षा उनकी हालत में काफी सुधार है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, उनकी स्थिति भर्ती होने वाले दिन से बेहतर है। फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने इससे अधिक कोई जानकारी शेयर नहीं की है।
लता मंगेशकर की हालत में अब काफी सुधार है। बहुत जल्द वह पूर्ण तौर पर स्वस्थ होकर घर लौट आएंगी। मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से भी यही खबरें आ रहीं हैं कि उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है।
लता मंगेशकर अपने जीवन में काफी सादा और नपा तुला खाना खाना पसंद करती हैं। तो वहीं लता मंगेशकर सुबह सुबह उठ जाती हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब लता मंगेशकर की तबीयत इतनी बिगड़ी है।
आपलोगों ने मेरे जन्मदिवस पर ढेर सारी बधाईयां दी हैं। बहुत आशीर्वाद दिए हैं जिसके लिए मैं सबकी दिल से आभारी हूं। आज तक मेरा गाना जो आपलोगों ने पसंद किया है। जानती हूं कि य़े आप लोगों का आशीर्वाद है। प्यार है जो मेरा आज इतना नाम है....
90 साल की लता मंगेशक को कभी भी स्वस्थ से जुड़ी कोई भी गंभीर बीमारी नहीं हुई है। लता मंगेशकर अपने खाने पीने का हमेशा से खयाल रखती हैं। वह सुबह जल्दी उठती हैं सियाज करती हैं। अपने खानपान को लेकर लता दीदी काफी सजग रही हैं। वह कम ऑयल फूड और तली चीजें खाती हैं। लता दीदी मिर्च मसाला भी कम खाती हैं। अब उनके आहार में हेल्थी चीजें हीं शामिल हैं। इतने सालों से स्वस्थ उनके जीवन राज ही सादा खाना है।
लता मंगेशकर को लेकर खबर आई है कि अब उनकी तबीयत पहले से काफी ठीक हो रही है। 'प्यारे दोस्तों, हम आपको बता कर खुशी मेहसूस कर रहे हैं कि आपकी दुआएं और प्रार्थनाएं. लता जी के काम आ गईं। वह अब बेहतर हैं। आपकी ब्लेसिंग्स के लिए शुक्रिया।'
लता की छोटी बहन ने बताया था- 'मां उन्हें शादी के लिए कहती थीं। लेकिन हमारा और कोई नहीं था। मेरी उम्र उस वक्त 10 साल थी। आशा मुझसे 2 साल छोटी थी। भाई भी छोटा था, हां अगर भाई बड़ा होता तो हम कुछ और कहीं और होते।'
लता जी हिंदी सिनेमा के लिए एक से बढ़कर एक हिट गीत दिए हैं। साल 1949 में गाया उनका गाना “आएगा आने वाला” को काफी लोकप्रियता मिली। इस गाने के बाद लता दीदी के प्रशंसकों की संख्या दिनोदिन बढ़ने लगी थी। इसके बाद लता जी उस वक्त के सभी प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ काम किया। अनिल बिस्वास, सलिल चौधरी, शंकर जयकिशन, मदनमोहन, सी. रामचंद्र, एस. डी. बर्मन, आर. डी. बर्मन, नौशाद इत्यादि सभी संगीतकारों ने उनकी प्रतिभा का लोहा माना।
बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने लता जी के स्वास्थ्य को लेकर ट्वीट किया। लिखा- हमारे अपने कोकिला, भारत रत्न, महान गायिका लतामंगेशकर के स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना और शुभकामनाएं। ईश्वर कृपा करें कि आप शीघ्र स्वस्थ हों और आपका स्वास्थ्य उत्तम हो। हम आपको मिस कर रहे हैं। आप हमारे बीच जल्द हों ऐसी कामना है।
कामना है।
मेलोडी क्वीन लता मंगेशकर चेस्ट कंजेशन की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती हुईं थीं। अब वह धीरे-धीरे रीकवर कर रही हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस के हवाले से एक आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक लता दीदी की हालत में सुधार हो रहा है...
लता मंगेशकर को सर्वाधिक गीत रिकार्ड करने का भी गौरव प्राप्त है। फिल्मी गानों के आलावा फ़िल्मी गीत भी बहुत खूबी के साथ गाए हैं। लता जी की प्रतिभा को पहचान मिली सन् 1947 में रिलीज फिल्म “आपकी सेवा में”से। फिल्म में एक गीत गाने का उन्हें मौक़ा मिला। इस गीत के बाद तो लता जी को फ़िल्म जगत में एक पहचान मिली और एक के बाद एक कई गीत गाने का मौका मिलता गया।
एक दिन अचानक सुबह उठते ही लता जी के पेट में दर्द होने लगा था और जब डॉक्टर को बुलाया गया तो उन्होंने पहले तो लता को दवाई दी। उसके बाद जांच में सामने आया कि सिंगर को जहर दिया गया है। इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी कि आखिर किसने उन्हें जहर दिया था लेकिन खबरों की मानें तो जिस दिन यह सब हुआ था उसी दिन से उनके घर का कुक अचानक गायब हो गया।
बचपन में लता दीदी को रेडियो सुनने का बहुत शौक था। जब वो 18 साल की थीं तब उन्होने अपना पहला रेडियो खरीदा और जैसे ही रेडियो ऑन किया तो के.एल.सहगल की मृत्यु का समाचार उन्हें प्राप्त हुआ। जिसके बाद दुखी मन से लता दीदी ने वो रेडियो दुकानदार को वापस लौटा दिया।