उदयपुर में हुई घटना को लेकर हर कोई हैरान है। ग्राहक के रूप में पहुंचे हत्यारों ने जिस तरह कन्हैया लाल की हत्या की, उसकी हर कोई निन्दा कर रहा है। हालांकि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बड़ी साजिश की आशंका के चलते मामले की जांच NIA को सौंप दिया गया है। इसी बीच कुमार विश्वास ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पूर्व आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा कि “दिमाग सुन्न है। उदयपुर की घटना केवल एक इंसान की हत्या नहीं है बल्कि मनुष्यता की हत्या है। मजहबी कट्टरता के खेत में जो जहर सियासत ने बोया उसके हत्यारे-झाग चौखट तक आ पहुंचे हैं। वक्त हाथ से निकले उससे पहले देश को सोचना पड़ेगा। देश की सोचिए उत्तेजना से बचिए, समय सबका हिसाब करेगा।’ मामले की जांच NIA को दिए जाने पर भी कुमार विश्वास ने खुशी जताई है।
आभा सिंह परिहार ने लिखा कि ‘अपने राजनीतिक फायदे के लिए जो जहर हवा में फैलाया गया, उसी का नतीजा है कि जिस देश को लोग धार्मिक सौहार्द का प्रतीक मानते थे। वहां अब धर्म के नाम पर ये हो रहा है।’ कृष्णा तनेजा ने लिखा कि ‘आखिर जलेबी बना ही दी आपने, खैर कोई बात नहीं और भी बहुत से लोग आप ही की तरह जलेबियां बना रहे हैं। आपने दरअसल किसी की भी भर्त्सना नहीं की है।’
राघव आर्य ने लिखा कि ‘क्यों इतने सेक्युलर बन रहे हो महोदय? कवि तो निर्भीक होता है। इसमें कौन सी सियासत ने जहर बोया? नूपुर को सत्य बात के लिए भी चुप कराया गया तो फिर यह घटना कैसे हुई?’ एनआर कदम ने लिखा कि ‘हर तरफ से शांति की अपील की जा रही है, सिर्फ बॉलीवुड सोया हुआ है। वो समझ ही नहीं पा रहा है कि आलोचना करें या समर्थन? उन्हें अपने प्रशंसकों के विभाजन और व्यावसायिक नुकसान का खतरा है।’
एक यूजर ने लिखा कि ‘ये राजनीति की वजह से नहीं बल्कि कौमी कट्टरता की वजह से हुआ है। जब तक सही वजह नहीं जानते, इसका इलाज नहीं कर पाओगे।’ मंजू सिंह ने लिखा कि ‘समय की प्रतीक्षा तक हम, तुम और सब खत्म हो जायेंगे कविवर।’ संजय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर यही पंजाब में हुआ होता, तब भी यही शब्दावली होती आपकी? वहां राष्ट्रपति शासन नहीं है ,ना ही आपके लिए खालिस्तान और निकम्मे बन चुके AK और मान की सरकार है। वहां आपकी प्रिय कांग्रेस की गहलोत सरकार है।’
बता दें कि AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि मैं उदयपुर की घटना की कड़ी निंदा करता हूं। हमें उम्मीद है कि राजस्थान सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस ज्यादा सतर्क होती तो ऐसा नहीं होता, कट्टरता फैल रही है। नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, सिर्फ निलंबन ही काफी नहीं है।’