कोरोना वायरस का कहर भारत में लगातार बढ़ा ही जा रहा है। भारत में कोरोना से संक्रमित कुल मामले 2 करोड़ के पार पहुंच गए हैं। हालांकि, इस बीच राहत की बात यह है कि देश में एक करोड़ 66 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक हो चुके हैं। वहीं, महामारी के बीच बढ़ती अव्यवस्थाओं और सरकार की लापरवाही को लेकर हिंदी के मशहूर कवि डॉक्टर कुमार विश्वास भड़के हुए नजर आए। उन्होंने ट्वीट कर सरकार को ताना मारा, साथ ही उन्हें ट्वीट में सियासी जमूरे भी कहा।
दरअसल, डॉक्टर कुमार विश्वास को संबोधित करते हुए पार्षद हरदीप सिंह रैना ने कहा था, “भैया सभी सरकारों की आत्मा मर चुकी है। ग्राउंड रिपोर्ट है कि सरकारें आंकड़े छुपाने में लगी हुई हैं और आने वाले दिनों में कोरोना का बड़ा विस्फोट इसी वजह से होगा। इस लहर से भी भयानक होगा। टेस्टिंग कम की जा रही है, जिससे पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी कम दिख रही है।”
ऐसे में पार्षद के ट्वीट का जवाब देते हुए डॉक्टर कुमार विश्वास ने सरकार पर ताना मारा और कहा, “कोई बात नहीं वीरे। ये सब सियासी जमूरे भले ही मैदान से गायब हो जाएं पर हम-तुम मैदान कैसे छोड़ दें? इसलिए न तो मैदान छोड़ेंगे और न ही पीठ दिखाएंगे। लड़ेंगे और जीतेंगे।”
कोई बात नहीं वीरे।ये सब सियासी जमूरे भले ही मैदान से निपट ग़ायब हो जाएँ पर हम-तुम मैदान कैसे छोड़ दें ? इसलिए न तो मैदान छोड़ेंगे न ही पीठ दिखाएँगे #लड़ेंगे_जीतेंगे हमारे गुरुओं ने सिखाया है-
“सूरा सो पहचानिए, जो लड़े दीन के हेत, पुरजा- पुरजा कट मरै, कबहूं छाड़े खेत…!” https://t.co/TnGbjMi4Z2— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 4, 2021
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “हमारे गुरुओं ने भी हमें सिखाया है कि सूरा सो पहचानिये, जो लड़े दीन के हेत, पुरजा-पुरजा कट मरै, कबहूं न छाड़े खेत।” डॉक्टर कुमार विश्वास के इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर भी खूब कमेंट कर रहे हैं।
यूजर ने दिये कुमार विश्वास के ट्वीट का जवाब: कुमार विश्वास के ट्वीट का जवाब देते हुए विनय नाम के एक यूजर ने लिखा, “ये सड़ चुकी व्यवस्था का असर है। यहां सत्ता, सरकारी व्यवस्था में बैठे लोग तानाशाही करते हैं। जनता की किसी को परवाह नहीं है, हम सभी को आपस में संभालना है सबको।” इससे इतर शुभम नाम के यूजर ने लिखा, “शहर में लोग मरते हैं तो खबर बन के रह जाते हैं। गांव वालों को लाशों की गिनती में भी जगह नहीं मिलती है।” अनुराग नाम के एक यूजर ने लिखा, “आज देश अपने भरोसे और विश्वास से ली गई सावधानियों के भरोसे चल रहा है। न सरकार काम आ रही है, न उनकी राजनीति।”
कोई सुनने वाला है भी या नहीं: बता दें कि डॉक्टर कुमार विश्वास ने अपने एक ट्वीट में ग्रामीण क्षेत्रों में फैले कोरोना वायरस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मैं इन दिनों गांव में हूं। वहीं, ऑफिस जमाकर जुटा पड़ा हूं। लगता है हम टाइम बम के ऊपर बैठे हैं। शहर भागदौड़ करके बच रहे हैं, मर रहे हैं। गांव में तो पैरासीटामॉल तक नहीं है। बहुत लाचारी में कसमसा रहा हूं।” इसके साथ ही अपने एक ट्वीट में डॉक्टर कुमार विश्वास ने बताया कि रोजाना उनके पास इतने कॉल-मैसेज आते हैं कि वह गिनती भी नहीं कर पाते। उन्होंने सवाल किया कि कोई सुनने वाला है भी या नहीं?