दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिए गये बयान को लेकर पंजाब पुलिस ने कुमार विश्वास पर FIR दर्ज की है। हालांकि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कुमार विश्वास की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए कहा है कि इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि कुमार विश्वास के खिलाफ एफआईआर राजनीतिक मकसद से दर्ज की गई है। कोर्ट के फैसले पर कवि कुमार विश्वास ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कुमार विश्वास ने खबर शेयर करते हुए एक कविता लिखी है। कुमार विश्वास ने लिखा-“सियासत मैं तेरा खोया या पाया हो नहीं सकता, तेरी शर्तों पे गायब या नुमांया हो नहीं सकता, भले साजिश से गहरे दफ्न मुझ को कर भी दो पर मैं, सृजन का बीज हूं मिट्टी में जाया हो नहीं सकता।” बता दें कि ४ जुलाई तक गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि जिस शिकायत को लेकर कुमार विश्वास के खिलाफ यह एफआईआर दर्ज की गई है, उसका कुमार विश्वास से कोई संबंध नजर नहीं आ रहा है।
कुमार विश्वास के पक्ष में फैसला सुनाये जाने पर तमाम लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। राजीव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘केजरीवाल को अब हद में रखने के लिए कानून और कानूनी दंड दोनों की जरूरत है। केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए ताकि नेता हद में रहें। वैसे मोदी के रहते मुमकिन नहीं है, योगी जैसा ही कोई इन्हें ठीक कर सकता है।’ रितेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भगवंत मान जी पड़ गया फटका। हो गई बेईज्जती? क्या नाम कराया है पंजाब का ! वाह।’
ज्योति अग्रवाल नाम की यूजर ने लिखा कि ‘मालूम तो सभी को पहले से ही था और अब तो हाईकोर्ट ने भी कह दिया।’ स्वतंत्र पाठक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बहुत बढ़-चढ़कर आपने आरोप लगाया था कि केजरीवाल के खालिस्तानियों से संबंध हैं। सबूत नहीं दे सकते तो हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत करने की नौबत आ गई। अगर आरोप सच्चे हैं तो सबूत दे कर, केजरीवाल को सजा दिलाओ।’
संदीप कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपने चुनाव से पहले किस मकसद से बोला था गुरुदेव, ये तो बता दीजिए।’ आयुषी पाठक नाम की यूजर ने लिखा कि ‘आप सच का उजाला हो कविवर, जो किसी अंधेरे से ढका नहीं जा सकता।’ पंकज नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वो कवि ही क्या जो सत्ताधारियों में अपनी लेखनी से खौफ न पैदा कर दे, कुमार विश्वास जी पर यह कार्रवाई सत्ता पक्ष की बौखलाहट का नतीजा जी लगती है।’
अंकित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वो तो हाईकोर्ट का फैसला सम्मानीय है, वरना 2 साल का बच्चा ये बात बता सकता है कि सब कुछ राजनीति के लिए ही किया गया है।’ श्री दूबे नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपने इस व्यक्ति की सत्यता बताने में काफी देर कर दी थी कुमार साहब। मगर अफसोस, आपकी बात को आमजन ने गंभीरता से नहीं लिया।’