बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) स्टारर फिल्म ‘पठान’ (Pathan) सिनेमाघरों में 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म को दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। फिल्म ने पांच दिनों में वर्ल्डवाइड 500 करोड़ का बिजनेस कर लिया है। वहीं ‘पठान’ ने इंडिया में पांच दिन में कुल 271 करोड़ की कमाई कर ली है। वहीं कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की हाल ही में ट्विटर पर वापसी हो गई है। वह फिल्म ‘पठान’ को लेकर लगातार ट्वीट कर रही हैं।
अब उनके ट्वीट पर बिग बॉस ओटीटी फेम उर्फी जावेद (Uorfi Javed) ने कमेंट किया है और कंगना ने इसका जवाब भी दिया है। दरअसल कंगना ने हिंदू-मुस्लिम को ‘पठान’ से जोड़ते हुए एक ट्वीट किया था। इस पर उर्फी जावेद ने कमेंट करते हुए लिखा कि वह हिंदू- मुस्लिम बोलकर लोगों को बांट रही हैं। इसके बाद कंगना ने पीएम मोदी (PM Modi) का जिक्र करते हुए ट्वीट किया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल फिल्म प्रोड्यूसर प्रिया गुप्ता ने ट्विटर पर एक थिएटर के अंदर का एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें दर्शक थिएटर के अंदर नाचते हुए नजर आ रहे थे। इस वीडियो को शेयर करते हुए प्रिया ने लिखा था कि ‘शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण आपको ‘पठान’ फिल्म की जबरदस्त सफलता के लिए बधाई। इसस फिल्म से एक बात तो साबित होती है कि हिंदू और मुस्लिम दोनों ही शाहरुख को बराबर से प्यार करते है और बायकॉट विवाद ने फिल्म को नुकसान नहीं बल्कि फायदा पहुंचाया है। तीसरा ये कि एरॉटिका और अच्छा म्यूजिक भी काम आया। चौथा ये कि भारत सुपर सेक्युलर है।’
इस पर कंगना ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था कि ‘बहुत अच्छा विश्लेषण। इस देश ने सिर्फ और सिर्फ खानों को ही प्यार किया है और कभी-कभी सिर्फ और सिर्फ खान को करते ही हैं। साथ ही मुस्लिम एक्ट्रेसेस को लेकर जुनून सवार है। इसलिए भारत पर नफरत और फासीवाद का आरोप लगाना बहुत ही अनुचित है। भारत जैसा देश पूरी दुनिया में नहीं है।’
उर्फी जावेद ने ट्वीट कर क्या कहा
कंगना के इस ट्वीट पर उर्फी जावेद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘हे भगवान! ये क्या बंटवारा है, मुस्लिम एक्टर्स, हिंदू एक्टर्स। कला को धर्म के नाम पर नहीं बाटा जाता। यहां सिर्फ कलाकार ही हैं।’
उर्फी जावेद को कंगना ने दिया करारा जवाब
उर्फी जावेद के इस पोस्ट पर कंगना रनौत ने जवाब देते हुए लिखा कि ‘हां मेरी प्रिय उर्फी ये एक आदर्श दुनिया होगी लेकिन यह तब तक संभव नहीं है जब तक हमारे पास समान नागरिक संहिता नहीं है। जब तक यह देश संविधान में बंटा रहेगा तब तक यह विभाजित रहेगा। आइए हम सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साल 2024 के मेनिफेस्टो में समान नागरिक संहिता की मांग करें। क्या हम कर सकते हैं?’