बनना चाहते थे शेफ़, फिर एयरफोर्स में की कोशिश, फ़िल्म सुपरहिट होने के बाद भी चॉल में रहते थे जैकी श्रॉफ- ऐसी है उनके संघर्ष की कहानी
Jackie Shroff Birthday: जैकी श्रॉफ आज 64 साल के हो गए हैं। फिल्मों में आने से पहले उन्होंने मुंबई के ताज होटल में शेफ़ की नौकरी के लिए कोशिश की लेकिन...

Jackie Shroff Birthday: बॉलीवुड के श्रेष्ठ अभिनेताओं में से एक माने जाने वाले जैकी श्रॉफ का आज जन्मदिन है। वालकेश्वर मुंबई के तीन बत्ती एरिया में 1 फरवरी 1957 को जन्में जैकी श्रॉफ आज 64 साल के हो रहे हैं। जैकी श्रॉफ का असली नाम जय किशन श्रॉफ था लेकिन फिल्म ‘हीरो’ के दौरान उनका नाम बदलकर जैकी श्रॉफ रख दिया गया। जैकी श्रॉफ पहले एक्टर नहीं बनना चाहते थे बल्कि उन्होंने कई तरह की नौकरियों में अपना हाथ आजमाया, जहां उन्हें निराशा हाथ लगी।
शेफ बनना चाहते थे जैकी श्रॉफ- जैकी श्रॉफ को खाना बनाने का बहुत शौक था। इसलिए उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में मुंबई के ताज होटल में शेफ की नौकरी के लिए अप्लाई किया। लेकिन चूंकि जैकी श्रॉफ के पास शेफ बनने की पर्याप्त डिग्री नहीं थी इसलिए ताज होटल ने उन्हें शेफ की नौकरी देने से इंकार कर दिया था। आज भी जैकी श्रॉफ का बनाया ‘बैंगन का भर्ता’ बॉलीवुड में मशहूर है।
एयरफोर्स में जाने की भी कोशिश- जब उन्हें शेफ की नौकरी नहीं मिली तब जैकी श्रॉफ ने इंडियन एयफोर्स में नौकरी के लिए खूब कोशिश की। यहां उन्होंने फ्लाइट अटेंडेंट बनने के लिए बहुत हाथ- पैर मारे लेकिन उनकी कम पढ़ाई के कारण उन्हें यहां भी निराशा हाथ लगी।
ऐसे हुई फिल्मों में एंट्री- जैकी श्रॉफ फिल्मों में आने से पहले मॉडलिंग करते थे। हुआ ये कि जब वो नौकरी न मिलने से निराश बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रहे थे तब एक आदमी ने उन्हें देखकर उनसे पूछा कि मॉडलिंग करोगे? जैकी श्रॉफ को उस वक्त पैसों की बहुत जरूरत थी। उन्होंने एक ही सवाल पूछा कि पैसे दोगे क्या? इसके बाद जैकी श्रॉफ मॉडलिंग करने लगे। बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत जैकी श्रॉफ ने 1982 में आई फ़िल्म, ‘स्वामी दादा से की थी। उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्में हैं- राम लखन, तेरी मेहरबानियां, दूध का कर्ज, खलनायक, देवदास, सौदागर आदि।
फ़िल्म हिट होने के बाद भी चॉल में रहते थे जैकी श्रॉफ- जैकी श्रॉफ को लेकर यह कहा जाता है कि जब उन्हें फिल्मों में पहचान मिलने लगी और उनकी शुरुआती फिल्म ‘हीरो’ हिट हो गई तब भी उन्होंने मुंबई के चॉल में रहना नहीं छोड़ा। इसकी वजह थी कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में बहुत संघर्ष देखा था इसलिए वो जमीन से जुड़े रहना चाहते थे। उनसे मिलने और उन्हें अपनी फिल्म में साइन करने के लिए विधु विनोद चोपड़ा, महेश भट्ट जैसे लोग उनके चॉल में जाया करते थे।