‘तड़प तड़प के इस दिल से आह..’ इस्माइल दरबार के शब्दों ने संजय लीला के दिल को कर दिया था छलनी; रो पड़े थे डायरेक्टर!
इस्माइल बताते हैं, उनके स्ट्रगलिंग डेज बहुत मुश्किलों भरे थे। वह हर रोज ऑडिशन के लिए जाते थे और अपना सबसे बेहतरीन गाना सबको सुनाते थे। लेकिन उस गाने..

संजय लीला भंसाली और इस्माइल दरबार ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है। संजय लीला भंसाली ने गुजारिश. हम दिल दे चुके सनम, देवदास जैसी एक से बढ़कर एक हिट फिल्में बनाईं। तो वहीं इन फिल्मों में चार चांद लाए इस्माइल दरबार के म्यूजिक ने। इस्माइल दरबार बताते हैं कि संजय लीला भंसाली का म्यूजिक टेस्ट बहुत शानदार है। तो वहीं उनके कान भी संगीत को लेकर बहुत खूब हैं।
संजय लीला भंसाली ने इस बीच एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं। दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की ‘राम लीला’, प्रियंका चोपड़ा, दीपिका-रणवीर की ‘बाजीराव मस्तानी’ और शाहिद कपूर, दीपिका और रणवीर की ‘पद्मावत’ संजय लीला भंसाली ने बनाई। लेकिन इसमें इस्माइल का संगीत कहीं गायब था। इस्माइल ने इस दौरान ये भी बताया कि साल 2002 में आई फिल्म देवदास के बाद से संजय और इस्माइल ने साथ काम क्यों नहीं किया?
इस्माइल दरबार ने बताया कि संजय लीला भंसाली को संगीत का काफी ज्ञान है, वह दुनिया भर का म्यूजिक सुनते हैं। मैं एक म्यूजीशियन हूं मैं वॉयलेन बजाता हूं। मैंने अपनी सारी जिंदगी ये किया है। मेरी फैमिली भी यही करती रही है। जबकि मैंने इतना संगीत नहीं सुना जितना उन्होंने सुना है। वह पंचमदा, प्योर क्लासिकल, ओपेरा, तरह तरह का संगीत सुनते हैं। वह सिर्फ सुनते ही नहीं बल्कि इसे समझते भी हैं। वह मेरे साथ उस संगीत को डिसकर करते और उसमे धीरे धीरे उतरते। संजय के कान संगीत के लिए बहुत अच्छे हैं। फिल्म के लिए कंपोजर्स एक से एक तिकड़म लगाते हैं अपना संगीत बेचने के लिए। लेकिन संजय के साथ मिलकर मैंने कभी ये नहीं किया।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में इस्माइल बताते हैं, उनके स्ट्रगलिंग डेज बहुत मुश्किलों भरे थे। वह हर रोज ऑडिशन के लिए जाते थे और अपना सबसे बेहतरीन गाना सबको सुनाते थे। लेकिन उस गाने को कोई ज्यादा भाव नहीं देता था। लेकिन आज वो गाना Hum Dil De Chuke Sanam का टाइटल ट्रैक है। इस गाने को इससे पहले कोई समझ ही नहीं पाता था। गाने के लिए लोग कहते थे कि ये बहुत स्लो है।
दरबार ने बताया- एक दिन इत्तेफाक से मेरी मुलाकात संजय से हुई। मैंने हमेशा की तरह ये गाना उन्हें सुनाना शुरू किया। वह जो सुनना चाहते थे वो उन्होंने भी सुना। उस गाने को उस वक्त उन्होंने मुझसे 3 बार सुना। ऐसेस मुझे पहली बार कोई मिला जब किसी को मेरा वो गाना बहुत पसंद आया।
वह आगे बोले- ‘एक वक्त आ गया था जब म्यूजिक बनाने के प्रॉसेस को मैं एंजॉय नहीं कर पा रहा था। और किसी फिल्ममेकर ने मेरे संगीत को नहीं समझा ये कहते हुए मुझे बहुत तकलीफ होती है। मेरे काम ने मुझे खुश करना बंद कर दिया था। संजय ने मुझसे कभी कुछ नहीं छिपाया। हमारी जर्नी हम दिल दे चुके सनम से शुरू हुई। हालांकि हमारा रिश्ता कई बार टूटा लेकिन संजय ने कभी भी मुजे जाने नहीं दिया। गिवअप नहीं किया। उसने मुझे हमेशा प्यार और सम्मान दिया. मैनेभी कभी उससे बेइमानी नहीं की। हमेशा सही फीडबैक दिया क्या सही क्य़ा नहीं। एक वक्त आया था जब हमारी बड़ी लड़ाई हो गई थी। फिर हमारी 4-6 महीने तक बात नहीं हुई थी। इसके बाद हम नॉर्मल हो गए थे।’