Manoj Tiwari Birthday: भोजपुरी के सुपरस्टार से बीजेपी सांसद बने मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) आज यानि 1 फरवरी को अपना 52वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। मनोज तिवारी के लिए सिंगर से एक्टर और एक्टर से राजनेता बनने का ये सफर बहुत ही संघर्षों भरा रहा है। मनोज तिवारी ने अपने करियर की शुरूआत एक सिंगर के तौर पर की थी। उन्होंने कई धार्मिक भजनों के साथ-साथ भोजपुरी फिल्मों में भी कई हिट गाने दिए है। वहीं, अब एक्टर फिल्मों से दूर राजनीति में एक्टिव हो गए हैं। आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके करियर के शुरुआती दौर से एक किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं। जब उनके सिर से खून निकलने लगा था लेकिन उन्होंने गाना बंद नहीं किया था। इसी हादसे के बाद मनोज तिवारी रातों रात स्टार बन गए थे।
सिर से खून बहने के बाद भी गाते रहे एक्टर
मनोज तिवारी ने अपने करियर की शुरूआत शीतला घाट और अर्दली बाजार स्थित महावीर मंदिर से ही की थी। साल 1993-94 में सावन के समय महावीर मंदिर पर जगराता चल रहा था। मनोज तिवारी अपनी परफॉर्मेंस देने स्टेज पर पहुंचे। उस दौरान उनके सिर पर पहले से ही एक चोट थी और गाना गाते समय उनकी इस चोट के कारण सिर से खून निकलने लगा था। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने गाना बंद नहीं किया था। इस वाकये के बारे में मनोज तिवारी के करीबी दोस्त ने बताया था। उन्होंने बताया था कि मनोज गाना गाने में इतने खोए थे कि उन्हें नजर ही नहीं आया कि उनके सिर से खून बह रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे के बाद ही मनोज तिवारी की लगन को देखते हुए उन्हें फिल्मों के ऑफर्स मिलने लगे थे।
पहली ही फिल्म से हो गए थे मशहूर
मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने साल 2004 में भोजपुरी फिल्म ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ से फिल्मों में डेब्यू किया था। यह फिल्म सुपरहिट रही थी। तब 30 लाख के बजट में बनी इस फिल्म ने 9 करोड़ रुपये कमाए थे। इसके अलावा मनोज तिवारी ने रोगा बाबू आई लव यू, बंधन टूटे ना, धरती कहे पुकार के, औरत खिलौना नहीं, कब अइबू अंगनवा हमार समेत कई सुपरहिट फिल्में दी हैं।
मनोज तिवारी का राजनीतिक करियर
मनोज तिवारी ने साल 2009 में सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि वह उस समय के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह चुनाव हार गए थे। इसके बाद मनोज तिवारी साल 2013 में सपा का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर वे दूसरी बार लोकसभा पहुंचे थे। फिल्हाल वह उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं।