नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी से कई खाड़ी देशों ने भारत के राजदूतों को तलब किया है। भारत से माफ़ी की मांग की है, इतना ही नहीं कई इस्लामिक देशों ने तो भारतीय सामानों को बाजारों में बेंचने पर रोक लगा दी है। अब कुछ लोग इसे भारत का अपमान कह मोदी सरकार पर तंज कस रहे हैं।
फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘भारतीय जनता पार्टी और मोदी के पोषित लोगों की वजह से भारत के अपमान पर जिन लोगों का खून नहीं खौल रहा है – वो सारे के सारे भारत माता के दुश्मन हैं, देशद्रोही हैं , गद्दार हैं।’ विनोद कापड़ी के इसी ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: फरीद अली नाम के यूजर ने लिखा कि’ इनका खून सिर्फ अपने देश के लोगों के ऊपर खौल सकता है, ये नकली देश भक्त हैं, असल में ये भटक गए हैं, इन्हें लगता है कि व्हाट्सएप पर गलत इतिहास पढ़कर जो नफरत ये लोग फैला रहे हैं वही देशभक्ति है। दूसरे देशों में देश की बदनामी हो या सनातन परंपरा की बदनामी हो, इन्हें सरकार से मतलब है बस।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘ये गद्दारी का सर्टिफिकेट बांटने का लाइसेंस कब ले लिया ?’
दिनेश पंत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप लोंगों का खून तब नहीं खौला, जब देश के पीएम को “देहाती औरत” कह दिया था…अब क्या खौलेगा?’ देव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुछ लोग मोदी अंध विरोध में इतने अंधे हो चुके हैं कि हर चीज को भारत के अपमान से जोड़कर मोदी के ख़िलाफ अपनी जीत समझने लगते हैं। असली गद्दार वो है जो ऐसे अवसर पर देश को नीचा दिखाने की कोशिश में अपनी रोटी सेंकते हैं।’
प्रतीक शर्मा ने लिखा कि ‘जिनकी जिहादियों पर बोलने की हिम्मत नहीं होती वो दुनिया की बातें कर रहा है।’ मुख़्तार यादव ने लिखा कि ‘देशद्रोही वो भी हैं जो देश का अपमान होने पर ऐसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जैसे उनको खुश होने का कोई मौका मिल गया हो।’ राहुल पाटिल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक काम करो, दुकान खोल लो और नाम रख “हमारे यहां देशद्रोही का प्रमाणपत्र मिलेगा” साथ में दुश्मन और गद्दार का भी!’
बता दें कि इंडोनेशिया, कतर, ईरान और कुवैत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन और अफगानिस्तान ने नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के बयान पर आपत्ति जताई है। कहा जा रहा है कि इन्हीं देशों के विरोध के चलते भाजपा ने अपने नेताओं पर कार्रवाई की है।