आरती सक्सेना
जब एक बच्चा जन्म लेता है तो उसकी जिंदगी में जितनी अहमियत मां की होती है उतनी ही अहमियत पिता की भी होती है। मां बच्चे को जन्म देती है तो पिता बगिया के माली की तरह अपने बच्चे को प्यार और दुलार से सींचता और बड़ा करता है। फादर्स डे के मौके पर हमने कुछ सितारों से उनके पिता के प्यार, डांट और दुलार के बारे में ढेरों बातें की।
हैंडसम डैडः सोनम कपूर
मेरे डैड की बात ही कुछ अलग है। वो दुनिया के सबसे हैंडसम पापा है। वो बहुत ही खुशमिजाज, सकारात्मक और मेहनती इंसान है। इसलिए वो इस उम्र में भी वैसे ही दिखते हैं जैसे कि आज से 25 साल पहले दिखा करते थे। वो मेरी प्रेरणा हैं। उन्होंने मुझे जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। लेकिन कभी भी अपनी पसंद या सख्ती मुझ पर नहीं थोपी है। मेरे डैड ने मुझे जिंदगी में सब कुछ दिया है। वो मेरी खुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। मुझे याद है एक बार मुझे रात 12 बजे आइसक्रीम खाने की इच्छा हुई तो वो रात के 2 बजे आइसक्रीम ढूंढ कर लाए थे। जब मैंने अभिनेत्री बनने की इच्छा जाहिर की तो इसका भी समर्थन किया। मैं दुनिया की सबसे भाग्यशाली लड़की हूं जो मुझे इतने अच्छा पापा मिले। आइ लव यू डैड, मेरी इच्छा है कि आप हमेशा ऐसे ही फिट और हैंडसम बने रहे।
सनी देओल
मैं अपने पिता को लेकर बहुत प्रोटेक्टिव हूं। मुझे हमेशा यही चिंता सताती है कि कही पापा को कुछ हो न जाए। वह लोगों से गले मिलने पहुंच जाते हैं, ऐसे में मुझे उनको भीड़ से बचाने के लिए सबसे लड़ना पड़ता है। ऐसे में कई लोग समझते है कि मैं असल जिंदगी में बहुत रूड हूं। लेकिन असल में मैं ऐसा नहीं हूं। बस इतना ही है कि मैं ये बर्दाशत नहीं कर पाता हूं कि कोई मेरे पापा के साथ धक्का-मुक्की करे। मैं उन्हें तकलीफ में नहीं देख सकता। सच कहूं, मैं अपने पापा का फैन हूं, उन्हें देख-देख कर ही अभिनय करना सीखा है। मैं उनके जैसा पचास फीसद भी बन गया तो मेरी जिंदगी सफल हो जाएगी।
संजय दत्त
मैं अपने पिता से जितना प्यार करता था उससे कहीं ज्यादा डरता भी था। आज जब मैं अपनी पिछली जिंदगी के बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि अगर उस वक्त मैंने उनकी बात मानकर सही दिशा में चलता तो मुझे उतना दुख नहीं होता जितना की मैंने झेला है। मैंने अपने पिता जितना शरीफ और सज्जन इंसान नहीं देखा। वो बहुत ही नेक इंसान थे। मुझे इस बात का हमेशा मलाल रहेगा कि उन्हें मेरी वजह से तकलीफ हुई। मैं उन्हें बहुत याद करता हूं। मुझे लगता है कि आज वो अगर मुझे देखते तो उन्हें बहुत खुशी मिलती। वो मुझे जैसा देखना चाहते थे आज मैं बिलकुल वैसा ही हूं। आज मैं अच्छी जिंदगी जी रहा हूं। सही राह पा चल रहा हूं जैसा पिताजी चाहते थे।
अक्षय कुमार
मैं हमेशा अपने पिता को याद करता हूं। वो आर्मी आॅफिसर थे। मुझे इस बात का हमेशा मलाल रहेगा कि वो मेरी कामयाबी नहीं देख पाए। अगर आज वो होते तो मेरी कामयाबी देखकर बहुत खुश होते। मैंने उन्हें कैंसर से लड़ते देखा है, लेकिन उन्हें कभी कमजोर नहीं पाया। वो बहुत ही हंसमुख और जीवन के प्रति सकारात्मक सोच रखते थे। दर्द में भी मुस्कुराने की कला मैंने उनसे ही सीखी है। वो मेरे चेहरे के भाव देख कर समझ जाते थे कि मेरे दिल में क्या चल रहा है और मैं क्या चाहता हूं। मुझे अफसोस है कि अब वो मेरे साथ नहीं हैं।
सारा अली खान
मैं अपने पिता से बेहद प्यार करती हूं। जब भी मुझे उनकी याद आती है झट से मिलने पहुंच जाती हूं या फोन करके बातें कर लेती हूं। उन्होंने मुझे सिखाया है कि जिंदगी कैसे जीना चाहिए। मेरे डैड ने कभी कोई काम छिपा कर नहीं किया। जो उनके दिल में होता है वही जुबान पर भी होता है। मैं भी अपने डैड जैसी हूं। उन्हें मेरे बचपन की हर बात याद है। हमारा रिश्ता बेटी-पिता का कम दोस्त का ज्यादा है। उन्होंने मुझे कभी किसी काम के लिए मना नहीं किया। लेकिन उनका एक कहना जरूर था कि पहले तुम अपनी पढ़ाई पूरी करो, उसके बाद तुम्हें जो करना है वो करो। मुझे उनपर गर्व है।