हिंदी सिनेमा की ट्रेजेडी क्वीन कही जाने वालीं मीना कुमारी और धर्मेंद्र की जोड़ी एक वक्त बड़े पर्दे की बेहतरीन जोड़ी थी। धर्मेंद्र उन दिनों इंडस्ट्री में नए ही आए थे। मीना उनके अंदाज़ से बहुत प्रभावित थीं और उन्होंने धर्मेंद्र के करियर को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मीना कुमारी और धर्मेंद्र ने 1964 से लेकर 1968 के बीच कई फ़िल्मों में एक साथ काम किया और इसी दौरान सुपरस्टार मीना कुमारी की प्रेम कहानी चर्चे में आ गई।
मीना और धर्मेंद्र की फिल्मों के सेट से दोनों के प्यार की खबरें आए दिन सामने आने लगीं। बात इतनी बढ़ी कि तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन तक भी पहुंच गई। अभिनेता अनु कपूर ने अपने रेडियो शो, ‘सुहाना सफर विद अनु कपूर’ में इस बात का जिक्र किया था।
उन्होंने बताया था कि मीना और धर्मेंद्र के रिश्ते पर राधाकृष्णन ने मीना से ही सवाल पूछ लिया था। दरअसल मीना दिल्ली के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने आईं थीं। इसी कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति ने मीना से धर्मेंद्र के साथ उनके रिश्तों पर सवाल पूछ लिया था।
मीना कुमारी धर्मेंद्र के करीब जब आईं तब उनका रिश्ता अपने पति मशहूर लेखक, निर्देशक कमाल अमरोही से टूटने लगा था। वो अपनी फिल्मों में धर्मेंद्र को लेने के लिए प्रोड्यूसर्स के सामने शर्त रख देतीं कि अगर फ़िल्म में धर्मेंद्र होंगे तभी वो काम करेंगी। धर्मेंद्र और मीना कुमारी की जोड़ी ने पूर्णिमा, काजल, मैं भी लड़की हूं, फूल और पत्थर, मंझली दीदी, बहारों की मंजिल जैसी फ़िल्मों में खूब लोकप्रियता हासिल की।
मीना कुमारी धर्मेंद्र से इतनी मोहब्बत करतीं थीं कि उनसे कुछ समय भी वो दूर नहीं रह पातीं थीं। एक बार कुछ दोस्तों के साथ दोनों पिकनिक के लिए गए थे। आते वक्त धर्मेंद्र दूसरी गाड़ी में बैठ गए जिसके बाद मीना कुमारी गाड़ी से उतरकर सड़क पर बैठ गईं थीं। कहा जाता है कि वो बीच सड़क पर बैठकर चिल्लाने लगीं थीं कि मेरा धरम कहां है।
1966 में आई फिल्म ‘फूल और पत्थर’ काफी लोकप्रिय हुई और धर्मेंद्र एक स्टार बन गए। सफलता के बीच धर्मेंद्र मीना कुमार से दूर होते चले गए। इधर मीना कुमारी अकेलेकपन का शिकार हो गईं। वो धर्मेंद्र से दूर होने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाईं और शराब में डूब गईं। मीना कुमारी आखिरी दिनों में बीमार रहने लगीं थीं। कहा जाता है कि धर्मेंद्र बीमार मीना कुमारी से कभी कभी मिलने जाते थे। लंबी बीमारी के कारण 31 मार्च 1972 को मीना कुमारी ने दम तोड़ दिया।