फिशिंग की शिकार निधि राजदान के केस को साइबर एक्स्पर्ट ने बताया ‘वेकअप कॉल’, एक्टर ने याद दिलाया नरेंद्र मोदी का कमेंट
कल निधि राजदान ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी थी कि उनका हार्वर्ड में एसोसिएट प्रोफेसर बनने का ऑफर फर्जी निकला। निधि राजदान ने कहा था कि वो सुनियोजित फिशिंग अटैक का शिकार हो गई हैं।

एनडीटीवी की पूर्व एंकर निधि राजदान बड़े फ़र्जीवाड़े का शिकार हो गई हैं। निधि राजदान ने कल ट्वीट करके बताया कि उनका हार्वर्ड में एसोसिएट प्रोफेसर बनने का ऑफर फर्जी निकला है। इसे लेकर कई बॉलीवुड कलाकारों ने निधि राजदान पर तंज कसा है।
अशोक पंडित ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है,’कश्मीर में निधि राजदान का कॉलेज।’ अशोक पंडित द्वारा शेयर किए गए फोटो में लिखा है – कश्मीर हार्वर्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूट। एक अन्य ट्वीट में अशोक पंडित ने लिखा है,’निधि जी अपने एक सपने को सच समझ बैठीं !’ वहीं मनोज जोशी ने ट्विटर पर ‘समझे कुछ’ लिखते हुए नरेंद्र मोदी का एक फोटो शेयर किया है जिसपर लिखा है,’हार्ड वर्क इज मोर पावरफुल देन हार्वर्ड।’
#NidhiRazdan ‘s college in #Kashmir . pic.twitter.com/yy1Ow9xMxD
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 15, 2021
निधि जी अपने एक सपने को सच समझ बैठीं ! pic.twitter.com/lIHHqoH69L
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 15, 2021
वही बॉलीवुड अभिनेता कमाल खान ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’एनडीटीवी रिपोर्टर निधि के साथ जो हुआ वो बिल्कुल सही हुआ। वो क्यों नहीं जानती कि वो गाजियाबाद के कॉलेज में भी प्रोफेसर नहीं बन सकतीं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी तो भूल जाओ।’
Samjhe kuch? pic.twitter.com/T1pSJasAkj
— Manoj Joshi (@actormanojjoshi) January 15, 2021
दरअसल कल निधि राजदान ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी थी कि उनका हार्वर्ड में एसोसिएट प्रोफेसर बनने का ऑफर फर्जी निकला। निधि राजदान ने कहा था कि वह सुनियोजित फिशिंग अटैक का शिकार हो गई हैं। अपराधियों ने जालसाजी से उनके पर्सनल डाटा और कम्युनिकेशन तक पहुंच बना ली। इतना ही नहीं जालसाजों की पहुंच निधि राजदान के ई-मेल और सोशल मीडिया अकाउंट तक हो गई। इस मामले में निधि राजदान ने पुलिस से कार्रवाई का भी अनुरोध किया है।
#NDTV reporter #Nidhi Ke Saath Jo Huwa , Woh Bilkul Sahi Huwa. Why she doesn’t know that she can’t be professor in #Gaziabad’s college also forget #Harvard university!
— KRK (@kamaalrkhan) January 16, 2021
क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट : वहीं साइबर एक्सपर्ट इस घटना को वेकअप कॉल मान रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल की मानें तो साइबर दुनिया में जरूरी सावधानी नहीं बरती गई तो आपको भारी नुकसान हो सकता है। कोई मेल ठीक है या फर्जी है इसकी जांच ई-मेल के हैडर्स और फुटर्स से हो सकती है। हेडर्स और फुटर्स की डोमेन कॉपी कर सर्च इंजन में डालने पर डिटेल मिल जाएगी। लोगों को बेहद सतर्क होने की जरूरत है क्योंकि क्रिमिनल नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लोगों को वास्तविक मेल के स्रोत के सत्यापन की आदत डालनी होगी।