चेतन भगत ने पूछा- कोरोना और बेरोजगारी में से किसकी ज्यादा चिंता? यूजर्स बोले- तुम्हारी बेवकूफी…
चर्चित लेखक चेतन भगत ने ट्विटर पर एक पोल किया। उन्होंने लिखा, 'कोरोना वायरस और अर्थव्यवस्था/बेरोजगारी में से आपको किसकी ज्यादा फिक्र है?'। इसके बाद वे ट्रोल्स के निशाने पर आ गए।

भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉक डाउन भी किया गया है। इसके अलावा दूसरे तमाम एहतियात भी बरते जा रहे हैं। हालांकि लॉक डाउन के चलते तमाम कारोबार ठप हो गए हैं। बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है। एक्सपर्ट्स इकॉनमी को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में लेखक चेतन भगत ने भी कोरोना वायरस और इकॉनमी की हालत पर एक ट्वीट किया, जिसके बाद वे ट्रोल्स के निशाने पर आ गए।
चर्चित लेखक चेतन भगत ने ट्विटर पर एक पोल किया। उन्होंने लिखा, ‘कोरोना वायरस और अर्थव्यवस्था/बेरोजगारी में से आपको किसकी ज्यादा फिक्र है?’। इस ट्वीट के बाद चेतन भगत ट्रोल्स के निशाने पर आ गए। तमाम यूजर्स ने उन्हें घेर लिया। एक यूजर ने लिखा, ‘मुझे तो चिंता उस राइटर की है, जो कभी अच्छी किताबें लिखता था, लेकिन इन दिनों ट्रोल बन गया है’। निमिश देसाई नाम के अन्य यूजर ने लिखा, ‘मुंबई के किसी क्वारंटीन सेंटर में हेल्थ वर्कर के तौर पर 7 दिन काम करें, इसके बाद हमसे हमारी प्राथमिकताओं के बारे में पूछें…’।
कुछ अन्य यूजर्स भी चेतन भगत पर निशाना साधते दिखे। एक यूजर ने लिखा कि मुझे तो कोरोना और जॉब से ज्यादा चिंता आपकी और आपकी अगली किताब की है। हालांकि तमाम यूजर्स ने चेतन भगत के पोल में हिस्सा भी लिया और अपनी बात रखते नजर आए। मुकेश नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, जिंदगी रहेगी तो इकॉनमी भी रहेगी।
Between Corona and the Economy/Unemployment, what are you more worried about?
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) April 7, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘हमें दोनों (कोरोना वायरस व अर्थव्यवस्था) की चिंता है। लेकिन मौजूदा परिस्थिति में हमें ज्यादा फोकस कोरोना को खत्म करने पर करना चाहिए, ताकि लोग सर्वाइव कर सकें। थोड़ा समय लगेगा, लेकिन इकॉनमी की हालत सुधर जाएगी, लेकिन अगर किसी की जान चली गई तो वापस नहीं आएगी…’।
We need to be worried about both. But with current situation we should focus more on corona and eradicate it completely so that people survive. Economy will take time but it will surely recover. Lives lost will be lost forever!
— Ryan zeon mendonca (@ryan_zeon) April 7, 2020
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते भारत में 21 दिनों के लॉक डाउन का ऐलान किया गया है, जो 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। हालांकि खबर है कि तमाम राज्य लॉक डाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं और उन्होंने केंद्र सरकार से इसकी सिफारिश भी की है। अब अंतिम फैसला केंद्र को लेना है। गौरतलब है कि मंगलवार की शाम तक भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 4421 हो गई। जबकि, संक्रमण की चपेट में आकर मरने वालों का आंकड़ा भी 117 हो गया है।