Boman Irani Birthday: बोमन ईरानी 2 दिसंबर को अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। बोमन ईरानी (Boman Irani) अपनी एक्टिंग से हर किरदार में जान फूंक देते हैं। अपने फिल्मी करियर में बोमन 50 से अधिक फिल्में कर चुके हैं। हाल ही में उन्हें अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर स्टारर फिल्म ‘ऊंचाई’ में मुख्य किरदार निभाते देखा गया। बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बना चुके बोमन का जीवन हमेशा से इतना खूबसूरत नहीं रहा है। उन्होंने बचपन से ही काफी स्ट्रगल किया है।
जन्म से पहले ही हो गया था पिता का निधन
बोमन ईरानी की परवरिश उनकी माता और बहनों ने की है। उनके जन्म से पहले ही उनके पिता दुनिया को छोड़कर चले गए थे। उनका परिवार बेहद गरीब था। उनकी तीन बड़ी बहने और मां ने मिलकर उन्हें पाला और साल 2021 में उनकी मां का भी निधन हो गया। गरीबी में पले बोमन आज बॉलीवुड पर राज कर रहे हैं।
42 साल की उम्र में बॉलीवुड में किया डेब्यू
लोग कम उम्र में ही फिल्मों में काम करने लगते हैं, लेकिन बोमन ने 42 साल की उम्र में फिल्मी दुनिया में कदम रखा और बेहद कम समय में ही उन्होंने अलग पहचान हासिल की। साल 2003 में उन्होंने फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’(Munnabhai MBBS) में चिंकी के पिता का किरदार निभाया था, जिसके बाद उन्हें लोग जानने लगे। लेकिन फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ में उनका ‘वायरल’ का किरदार लोगों के दिमाग में बैठ गया। इस फिल्म ने रातों-रात उन्हें बुलंदियों पर पहुंचा दिया।
वेटर की नौकरी करते थे बोमन
आज फिल्मों में बेस्ट एक्टर्स की गिनती में आने वाले बोमन एक समय में वेटर की नौकरी किया करते थे। जी हां! बोमन ने लगभग दो साल तक मुंबई के ताज होटल में वेटर की नौकरी की थी। उनकी मां एक छोटी सी बेकरी चलाती थीं, इस काम में अपनी मां का हाथ बंटाने के लिए बोमन ने होटल की नौकरी छोड़ दी थी।
श्यामक दावर से एक मुलाकात ने बदल दी थी किस्मत
मशहूर कोरियोग्राफर श्यामक डावर से एक मुलाकात ने बोमन ईरानी को बॉलीवुड की दुनिया तक पहुंचा दिया। शामक और बोमन की जान पहचान हो गई और शामक ने उन्हें थिएटर ज्वाइन करने की सलाह दी। थिएटर में कदम रखने के बाद बोमन का टैलेंट सबकी नजर में आने लगा और साल 2001 में उन्होंने दो अंग्रेजी फिल्में की। फिर धीरे-धीरे उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा।
बोमन ईरानी ने सबसे पहले हॉलीवुड की ‘एव्रिबडी सेज आई एम फाइन’ और ‘लेट्स टॉक’ फिल्में कीं और फिर ‘डरना मना है’ और ‘बूम’ जैसी फिल्मों में काम किया। इसके बाद साल 2003 में आई फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’और ‘लक्ष्य’, ‘वीर-जारा’, ‘पेज-3’, ‘नो एंट्री’ के बाद एक से बढ़कर एक फिल्म की।