SO SORRY: निरहुआ के होली गाने में अखिलेश यादव, मायावती के लगे नारे तो खेसारी लाल की हुई तारीफ, आखिर में हुआ ये हाल
Bhojpuri Hoil Video: 'SO SORRY होली में सूचना जारी बा' बोल से रिलीज किए गए इस गाने में व्यंग के काफी पुट इस्तेमाल किए गए हैं। यह गीत होली की तासीर यानी होली में रंग, शब्दों और गीतों के जरिए जो सामाजिक हालात पर कटाक्ष किए जाते हैं सब समेटे हुए है।

Nirahu Bhojpuri Song: भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार कहे जाने वाले दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav) का एक होली गीत काफी वायरल हो रहा है जिसमें उनकी ही जमकर बेइज्जती की गई है। हां, निरहुआ (Nirahua) के इस भोजपुरी होली गाने (Bhojpuri Holi Gana) में ना सिर्फ खेसारी लाल (Khesari Lal) को निरहुआ से बेहतर बताया गया है बल्कि बीजेपी नेता के सामने ही अखिलेश यादव और राहुल गांधी, मायावती जिंदाबाद के नारे भी लगते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि दिनेश लाल यादव को सामने से ये सब देख कैसा लग रहा होगा तो बता दें, गाने के टाइटल में ही इसकी झलक मिल जाती है कि भईया इसके लिए SO SORRY यानी बुरा ना मानो होली है।
‘SO SORRY होली में सूचना जारी बा’ बोल से रिलीज किए गए इस गाने में व्यंग के काफी पुट इस्तेमाल किए गए हैं। यह गीत होली की तासीर यानी होली में रंग, शब्दों और गीतों के जरिए जो सामाजिक हालात पर कटाक्ष किए जाते हैं सब समेटे हुए है। और सबसे ज्यादा कटाक्ष किसी और पर नहीं बल्कि निरहुआ पर ही की गई है। गीत में निरहुआ के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने, खेसारी लाल यादव से उनको कमतर बताने, अखिलेश यादव, राहुल गांधी के नारे लगने जैसे कई व्यंगात्मक लाइनें हैं।
गाने में लालू यादव और अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे पर निरहुआ नाराज होते हुए कोरस गाने वालों से कहते हैं कि ‘अरे यार क्या मजाक कर रहे हैं आपलोग। होली गाने आए हैं या नारा लगाने आए हैं।’ कोरस वाले कहते हैं कि ‘होली मे सूचना जारी बा मंदिर बने के तैयारी बा।’ फिर नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगते हैं। निरहुआ फिर नाराज होते हैं और कहते हैं ‘भाई साहब जो मैं गा रहा हूं वो गाइए ना। कोरस करने आए हैं तो कोरस करिए।’ निरहुआ की बात पर कोरस वाले कहते हैं कि ‘सुनो निरहू, तुम अपना गाओ हम अपना गाएंगे। समझे!’
गाने के अगले हिस्से में अनुच्छेद 370 का भी जिक्र होता है। कोरस वाले एक तरफ से मायावती जिंदाबाद करते हैं तो एक तरफ अखिलेश यादव। फिर पता चलता है कि ये कोरस वाले नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता हैं। निरहुआ इस पर कहते हैं ‘राजनीति करने वाले लोगो हो तो राजनीति करनी चाहिए यहां गाने क्यों आ गए।’ कार्यकर्ता फिर निरहुआ को लपेटे में लेते हुए कहते हैं कि ‘अच्छा, आपका काम गाना बजाना है तो फिर आप राजनीति में क्यों आए?’ इस जवाब के बाद निरहुआ बगलें झांकने लगते हैं।
निरहुआ आगे गाते हैं कि इस होली में राजनीति छोड़िए। प्यार के रंग में देश को जोड़िए। इसके बाद देशभक्ति के नारे लगते हैं। निरहुआ कहते हैं हां यही सबकी जिम्मेदारी है। भारत माता के नारे लगते हैं लेकिन अगले पल ही अलग अलग राज्य और राजनेताओं के नारे लगते हैं जिसपर कोरस वाले आपस में ही भिड़ जाते हैं और हाथापाई करने लगते हैं। कटाक्ष से भरे इस गाने को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। गाने को प्यारे लाल यादव कवि जी ने लिखा है जबकि संगीत आशीष वर्मा का दिया हुआ है।