आईएएस बनना चाहते थे भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी, राजस्थान क्रिकेट क्लब से खेल चुके हैं CAB लीग
'आप की अदालत' में मनोज तिवारी ने बताया था,'मैंने 6 साल बेहद संघर्ष किया। पहले तो आईएएस अफसर बनना चाहता था, फिर धीरे-धीरे घटते गए नहीं हुआ तो फिर चलो कम से कम पीसीएस बन जाएं।'

भोजपुरी स्टार और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी हाल ही में पिता बने हैं। मनोज तिवारी ‘दरोगा बाबू आई लव यू’, ‘धरती कहे पुकार के’ जैसी सुपरहिट भोजपुरी फिल्मों में नजर आ चुके हैं।राजनीति में बेहद सक्रिय मनोज तिवारी अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। न्यूज़ डिबेट से लेकर टीवी चैनल तक मनोज तिवारी खुलकर अपनी बात रखते हैं। मनोज तिवारी ने अपने जीवन में बेहद संघर्ष किया है और कई बार वो अपनी जिंदगी के किस्से शेयर कर चुके हैं।
आईएएस बनना चाहते थे मनोज तिवारी : ‘आप की अदालत’ में मनोज तिवारी ने बताया था,’मैंने 6 साल बेहद संघर्ष किया। पहले तो आईएएस अफसर बनना चाहता था, फिर धीरे-धीरे घटते गए नहीं हुआ तो फिर चलो कम से कम पीसीएस बन जाएं। वो भी नहीं हुआ तो फिर सोचा दरोगा बन जाएं। फिर उसके बाद मैं कुछ भी करने को तैयार था।’ उन्होंने आगे कहा,’ दरोगा भी बनना चाहता था नहीं बने तो सिनेमा में बन गए।’
राजस्थान क्लब के लिए खेल चुके हैं क्रिकेट : मनोज तिवारी ने रजत शर्मा से कहा था,’शुरुआत में तो गायक बनना चाहता था लेकिन जब सफलता नहीं मिलती थी तो बीच का रास्ता निकालना पड़ता था। कुछ दिन क्रिकेट खेला, स्कॉलरशिप बंद हो गई तो क्रिकेट खेलने के लिए पैसे मिलते थे। सीएबी लीग खेलता था राजस्थान से बंगाल में। हम और सौरव दा एक क्लब में खेलते थे।’
नौकरी ना लगने के कारण गांव में होती थी बेइज्जती : मनोज तिवारी ने आप की अदालत में बताया था कि नौकरी ना लगने के कारण उनकी गांव में बेइज्जती होती थी। मनोज तिवारी ने बताया था,’समाज बार-बार पिन चुभाता रहता था कि तुम्हारी नौकरी नहीं लगी। गांव के लोग पूछते थे क्या भाई क्या हुआ ?’ इतना ही नहीं मनोज तिवारी ने बेरोजगारी पर एक गाना भी गाया है जो बेहद हिट हुआ था।
साइकिल से जा चुके हैं संसद : मनोज तिवारी ने आप की अदालत में बताया था कि उनके पास बचपन में साइकिल भी नहीं होती थी। हालांकि सांसद बनने के बाद महंगी गाड़ियों के शौकीन मनोज तिवारी साइकिल से संसद भी जा चुके हैं। मनोज तिवारी उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को शिकस्त दी थी।