Ayodhya verdict: 9 नवंबर को अयोध्या मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर देशभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ज्यादातर लोगों ने इस कोर्ट के इस फैसले को स्वीकार कर शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। इस मामले को लेकर सलमान खान के पिता सलीम खान का भी बयान आया है। इस बयान के चलते हर कोई उनकी सोच की सराहना कर रहा है। सलमान खान के पिता और स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन मेरी राय में अयोध्या में मुस्लिमों को दी जाने वाली पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद की बजाए स्कूल का निर्माण होना चाहिए। सलीम खान का कहना है कि भारत के मुसलमानों को मस्जिद की नहीं बल्कि स्कूल की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा, “हमें मस्जिद की जरूरत नहीं, नमाज तो हम कहीं भी पढ़ लेंगे..ट्रेन में, प्लेन में जमीन पर, कहीं भी पढ़ लेंगे। लेकिन हमें बेहतर स्कूल की जरूरत है। तालीम अच्छी मिलेगी 22 करोड़ मुस्लिमों को, तो इस देश की बहुत सी कमियां खतम हो जाएंगी।”
83 साल के लेखन ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए पैगंबर ने इस्लाम की दो खूबियां बताई है, जिसमें प्यार और क्षमा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि फैसले के बाद जब इस विवाद का अंत हो गया है तो मुस्लिमों को इन दो विशेषताओं पर चलकर आगे बढ़ना चाहिए। ‘मोहब्बत जाहिर करिए और माफ करिये।’ अब इस मुद्दे को फिर से मत कुरेदिये..यहां से आगे बढ़िए। सलीम खान ने यह अपील मुस्लिम समुदाय से की है।
सोहेल और अरबाज खान के पिता ने कहा कि मैं तह-ए-दिल से इस फैसले का स्वागत करता हूं। मुस्लिमों को बाबरी मस्जिद को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं करनी चाहिए। इसकी जगह उनको बुनियादी समस्याओं की चर्चा करनी चाहिए और उसे हल करने की कोशिश करनी चाहिए। मैं ऐसी चर्चा इसलिए कर रहा हूं कि हमें स्कूल और अस्पताल की जरूरत है। अयोध्या में मस्जिद के लिए मिलने वाली पांच एकड़ जगह पर कॉलेज बने तो बेहतर होगा।”
दबंग अभिनेता के पिता ने पीएम मोदी की शांति और सौहार्द वाली बात पर अपनी सहमित जताते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्री से सहमत हूं। आज हमें शांति की जरूरत है। हमें अपने उद्देश्य पर फोकस करने के लिए शांति चाहिए। हमें अपने भविष्य पर सोचने की जरूरत है। हमें पता होना चाहिए कि शिक्षित समाज में ही बेहतर भविष्य है। मुख्य मुद्दा यह है कि मुस्लिम तालीम में पिछड़े हैं। इसलिए मैं दोहराता हूं कि आइए हम इसे (अयोध्या विवाद को) द एंड कहें और एक नई शुरुआत करें।” सर्वोच्च न्यायालय ने अपना फैसला सुनाकर श्रीराम मंदिर के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। कोर्ट के फैसले में 67 एकड़ जमीन में से 6 एकड़ जमीन मस्जिद को देने का आदेश दिया है।