जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में 21 अप्रैल, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल को करारा जवाब दिया है। सिब्बल ने हिंसा प्रभावित इलाके में सिब्बल ने हिंसा प्रभावित इलाके में बुलडोजर चलाने पर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि इस तरह के विध्वंस पर लगाम लगनी चाहिए। इस तरह बुलडोजर से इन्हें नहीं गिराया जा सकता। जिसपर जस्टिस राव ने जवाब में कहा था कि अवैध निर्माण बुलडोजर से ढहाए जाते हैं।
अब इसपर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने सिब्बल पर तंज कसते हुए सवाल किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा,”सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद कैसा महसूस हो रहा है कपिल सिब्बल जी?” अशोक पंडित के ट्वीट पर यूजर्स ने तरह-तरह के कमेंट्स करना शुरू कर दिया है। मां भारती के वीर नाम के हैंडल से कमेंट किया गया,”उनको क्या फर्क पड़ा ? उनके लिए तो रोज का काम है।”
अरुणा नाम के यूजर ने लिखा,”फटकार की उन्हें आदत है, पर उन्होंने कल त्वरित कार्रवाई की और आज 14 दिन की रोक लगवाई। उनका उद्देश्य पूरा हुआ। कोर्ट ने उनको कल भी VIP ट्रीटमेंट दिया और आज तो पूरा पक्षपात खुल कर किया। फटकार एक नाटक है उससे क्या अंतर आया। एमसीडी को फटकार कर कार्रवाई चालू रखने का आदेश देते तो ठीक था।”
तरुण वर्मा ने लिखा,”सिब्बल साहब अपने घर के आगे का फुटपाथ, अपनी पार्किंग जल्द ही उन लोगों को देने वाले हैं, जिनके रोजगार चले गए हैं। जल्द ही ये घोषणा पहले आओ पहले पाओ के अनुसार कार्यवन्तित करेंगें व एक मिसाल कायम करेंगें।”
सुनील कुमार मिश्रा ने लिखा,”सुप्रीमकोर्ट ने लोगो को ठग लिया है। हालचाल तो देश का पूछा जाना चाहिए। दो हफ्ते के लिये अगली तारीख केवल राजनीति अखाड़े और मामले को ठंडा करने का प्रयास है।अब देश मे तनाव बने या हिंसा कोर्ट को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।”
आपको बता दें कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद अतिक्रमण अभियान को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसमें दावा किया गया कि दंगों के मुस्लिम आरोपियों की इमारतों को तोड़ा जा रहा है। इस पर कोर्ट ने कहा कि अगले आदेश तक यथास्थिति बनाए रखी जाए। मामले को दो हफ्ते के बाद लिस्ट किया जाए और तब तक दलीलों को पूरा किया जाए।