साल 2000 में जब मल्टीस्टारर फिल्म ‘मोहब्बतें’ रिलीज हुई तब शाहरुख खान का सितारा बुलंदी पर था और अमिताभ बच्चन के लिए चीज़े बदलनी शुरू हो गई थी। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर उनका एकछत्र राज धीरे-धीरे खत्म होने लगा था और नए अभिनेताओं का दौर शुरू हुआ। फिल्म की शूटिंग के दौरान वो निर्देशक यश चोपड़ा से नाराज़ रहने लगे थे क्योंकि उन्हें लगता था कि चोपड़ा उनसे अधिक शाहरुख को तवज्जो दे रहे हैं। इस बात का दावा अमिताभ बच्चन के गहरे दोस्त रहे अमर सिंह ने तब किया था जब दोनों के रिश्ते खराब हो गए थे।
अमर सिंह ने बीबीसी से बातचीत में बताया था कि अमिताभ उनसे इन सभी बातों पर चर्चा करते थे। अमिताभ बच्चन ने यश चोपड़ा की ‘कभी कभी’ और ‘दीवार’ जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया था लेकिन मोहब्बतें में उन्हें वो तवज्जो नहीं मिली जो इन फ़िल्मों के दौरान मिला था।
अमर सिंह ने बताया था, ‘मुझे याद है कि ‘मोहब्बतें’ की शूटिंग के बाद वो आते थे तो बड़े दुखी रहते थे कि शाहरुख़ ख़ान को ज़्यादा तवज्जो मिल रही है। उन्होंने मुझे बताया था कि यश चोपड़ा के साथ उन्होंने ‘दीवार’ और ‘कभी-कभी’ बनाई। लेकिन लगता है कि अब हम दोयम दर्जे के नागरिक हैं।’
अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने ‘कभी ख़ुशी कभी गम’ के बाद फिल्मों में कभी साथ काम नहीं किया। अमर सिंह ने दावा किया था कि इस फिल्म के सेट पर जया बच्चन ने अमिताभ की सार्वजनिक रूप से बेइज्जती कर दी थी। अमर सिंह का कहना था कि इस घटना के बाद अमिताभ ने कसम खाई थी कि वो जया बच्चन के साथ कभी काम नहीं करेंगे।
वहीं शाहरुख खान से अमिताभ के रिश्तों की बात करें तो, प्रभु चावला को दिए एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने शाहरुख खान की खूब तारीफ की थी और कहा था कि वो बॉलीवुड के बादशाह हैं। उन्होंने कहा था कि शाहरुख खान की फिल्में सबसे ज्यादा चलती हैं और वो सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। अमिताभ का कहना था कि शाहरुख खान जिस फिल्म इंडस्ट्री के बादशाह हैं, वो उसके सदस्य भर हैं।