आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार यानी 23 जून को मतदान हुआ। आजमगढ़ की सीट से पहले सपा नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव सांसद थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में जीत के बाद उन्होंने ये सीट खाली कर दी थी। उप चुनाव में जहां सपा की तरफ से धर्मेंद्र यादव मैदान में थे तो नहीं बीजेपी ने भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ को मैदान में उतारा है। मतदान संपन्न होने के बाद निरहुआ ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि अखिलेश ने खुद धर्मेंद्र यादव के साथ खेल कर दिया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव को यहां से जरा भी उम्मीद होती तो वो यहां जरूर आते, लेकिन नहीं आए। क्यों नहीं आए, क्योंकि उन्हें पता है कि गढ़ टूट गया है और हार तय है।
मैं क्षेत्र में घूम रहा तो लोग मुझसे यही कह रहे थे। उनको और उनके पिताजी को यहां से बार-बार मौका मिला लेकिन कुछ किया नहीं। इसीलिये अब लोग कह रहे हैं कि हम बीजेपी को सपोर्ट करेंगे।
धर्मेंद्र के साथ कर दिया खेल: निरहुआ ने अपने एक गाने का जिक्र करते हुए कहा कि धर्मेंद्र यादव को फरार नहीं, लाचार करेंगे। अखिलेश यही कर रहे हैं और इसीलिये उन्हें आजमगढ़ भेजा। पहले चाचा शिवपाल को किनारे किया और जब देख लिया कि आजमगढ़ में मैंने कुछ किया नहीं है तो वहीं कुछ हासिल नहीं होगा।
इसीलिये धर्मेंद्र यादव को यहां भेजकर किनारे लगा दिया। वो अपने आगे न तो भाई को चाहते हैं, न चाचा को और न ही पार्टी के किसी अन्य नेता को…नहीं चाहते कि कोई मेरे से आगे बढ़े या उसका नाम हो।
आपको बता दें कि आजमगढ़ के अलावा रामपुर का चुनाव भी सपा के लिए नाक की लड़ाई जैसा बन गया है। यहां जेल से रिहा होने के बाद आजम खान ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सपा की तरफ से इस सीट पर आजम के करीबी आसिम रजा को मैदान में उतारा गया है, वहीं बीजेपी ने घनश्यान लोधी को टिकट दिया है। दोनों ही सीटों पर मुकाबला इन्हीं दोनों दलों के बीच बताया जा रहा है।