भोजपुरी फिल्मों के ‘गोविंदा’ कहे जाने वाले एक्टर विनय आनंद ने पिछले दिनों एक्टर गोविंदा संग अपने रिश्तों को लेकर काफी कुछ कहा था। ‘दिल ने फिर याद किया’ और ‘आमदनी अट्ठन्नी खर्चा रुपइया’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके एक्टर और गोविंदा के भांजे विनय आनंद ने सोशल मीडिया पर अपने चीची मामा को लेकर एक लंबी चौड़ी पोस्ट भी की। अपने नोट में विनय ने कहा था कि वह अपने मामा को लेकर बताना चाहते हैं कि वह आज भी उनसे बहुत प्यार करते हैं और उनसे बहुत डरते हैं। उनके इस पोस्ट पर अब गोविंदा के बेटे ने रिएक्ट किया है।
विनय आनंद ने अपनी पोस्ट में कहा- ‘मैं मीडिया के लोगों को ये बताना चाहता हूं कि मेरे रिलेशन बेशक चीची मामा से अच्छे न हों लेकिन खराब भी नहीं हैं। ये सिर्फ बढ़ती उम्र और फासले की वजह से है। सीनियॉरिटी और अपने दृष्टिकोण के चलते है। वो मेरे पिता के उम्र के न सही पर मेरे पिता जैसे हैं। मैं उन्हें अपना पिता जैसा मानता हूं। मैं उनसे बहुत डरता हूं।’
विनय आगे बोले- ‘उनके टैलेंट के सामने मैं कुछ भी नहीं। उनका जो काम है, जो पोजिशन है हम बहुत छोटे हैं उनके आगे। मैंने जो भी सीखा है उन्हें देख देख कर सीखा है, उनकी एक्टिंग और डांस देख कर मैं बड़ा हुआ हूं। गोविंदा ही हैं जिन्हें मैं सबसे ज्यादा रिस्पेक्ट करता हूं। वो ही मेरे गुरू रहेंगे। बच्चे कभी अपने बड़ों से आइस क्रीम की जिद करें और बड़े हर वक्त न दें तो इसका मतलब ये नहीं कि वो बुरे हैं। शायद इसी में ही हमारी भलाई होगी।’
उन्होंने आगे कहा- ‘पर्सनली कहूं तो गोविंदा जी सबसे हंबल और जमीन से जुड़े सुपरस्टार हैं। मैं आगे बढ़ना चाहता हूं, साफ दिल के साथ। तो मुझसे गंद की अपेक्षा न रखें। मैं सिर्फ और सिर्फ हार्ड वर्क, दोस्तों और अपने फैन्स की बदौलत इंडस्ट्री में सरवाइव कर सकता हूं। कुछ ज्यादा कह दिया हो तो माफ करना।’
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अपने इस पोस्ट पर विनय आनंद ने गोविंदा की बेटी टीना आहूजा, बेटे यशवर्धन और गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा को भी टैग किया। विनय के इस पोस्ट पर गोविंदा, सुनीता या टीना में से किसी ने भी रिएक्ट नहीं किया। लेकिन गोविंदा के बेटे हर्षवर्धन ने कजिन विनय के पोस्ट पर रिएक्ट किया और हार्ट वाली इमोजी बना कर भेजा।
बता दें, विनय ने एनबीटी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि गोविंदा जी की वजह से उन्हें काम मिल रहा है लोगों को ऐसा लगता है। लेकिन ऐसा है ही नहीं। उन्होंने कहा था- ‘मैं गोविंदा जी के घर में नहीं रहता हूं, न मुझे उनसे एक रुपए का सपोर्ट है। मुझे अपना घर चलाना है। मुझे अपना परिवार देखना है। मुझे किसी ने पूछा ही नहीं कि मेरा दर्द क्या है? या मैं किस तकलीफ से गुजर रहा हूं। एक बहुत बड़ी तकलीफ है आपके माता पिता के सिवाय आपका दर्द न कोई जानना चाहता है न कोई समझना चाहता है। मुझे लाइफ में कोई चीज आसानी से नहीं मिली। लोगों को लगता है, गोविंदा जी की वजह से मुझे काम मिला है तो ऐसा बिलकुल नहीं है।’