पश्चिम बंगाल की सागरदीघी सीट पर 27 फरवरी 2023 को हुए मतदान के बाद आज वोटों की गिनती की जा रही है। सागरदीघी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बायरन बिस्वास टीएमसी कैंडीडेट से आगे चल रहे हैं। टीएमसी उम्मीदवार देबाशीष बनर्जी ममता बनर्जी के दूर के रिश्तेदार हैं।वहीं, बीजेपी ने इस सीट से दिलीप साहा को मैदान में उतारा था।
क्या TMC पर नहीं रहा मुसलमानों को विश्वास?
ममता बनर्जी और भतीजे अभिषेक दोनों ने सागरदीघी में प्रचार किया। टीएमसी सूत्रों ने कहा कि अगर पार्टी सागरदीघी में हार जाती है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अल्पसंख्यक वोट कांग्रेस-सीपीआईएम गठबंधनकी तरफ स्थानांतरित हो गए हैं क्योंकि सागरदीघी में लगभग 63% अल्पसंख्यक वोट हैं।
2021 के विधानसभा चुनावों में, यह सीट टीएमसी के सुब्रत साहा ने जीती थी। सुब्रत वहां से तीसरी बार जीते थे और उन्हें राज्य का मंत्री बनाया गया था। 2011 में, वह मुर्शिदाबाद जिले से एकमात्र तृणमूल विजेता थे। इसके बाद उन्होंने 2016 और 2021 में जीत हासिल की थी। दिसंबर 2022 में सुब्रत साहा के निधन के बाद 27 फरवरी 2023 को सागरदीघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराए गए।
TMC ने मुसलमानों के साथ गद्दारी की है- अधीर रंजन चौधरी
सागरदीघी उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल ने मुसलमानों के साथ गद्दारी की है, पूरे बंगाल के मुसलमान जानते हैं कि तृणमूल भाजपा की दलाली करती है। मुसलमान एक बार ठगा सकते हैं लेकिन हमेशा नहीं। मुर्शिदाबाद में संवाददाताओं से बात करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, “तृणमूल ने पुलिस की मदद से लोगों पर अत्याचार कर, उन्हें लालच देकर कितनी बार कांग्रेस को हराया है। तब मैंने कहा था कि कांग्रेस हारने वाली नहीं है और आज ये सिद्ध हो गया कि कांग्रेस हारने वाली नहीं हराने वाली पार्टी है।”
पांच राज्यों की 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
पांच राज्यों की 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए आज वोटों की गिनती की जा रही है। इन विधानसभा सीटों में तमिलनाडु की इरोड (ईस्ट), पश्चिम बंगाल की सागरदीघी, झारखंड की रामगढ़, महाराष्ट्र की कस्बा पेठ और चिंचवाड़ सीट शामिल हैं। महाराष्ट्र में 26 फरवरी को वोट डाले गए थे, जबकि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड में 27 फरवरी को मतदान हुआ था।