उत्तराखंड चुनाव: भाजपा ने नाराज़ नेताओं से एकजुट होकर ‘कांग्रेस मुक्त’ करने को कहा
नाराज नेताओं को मनाने के लिए भाजपा एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रही है।

उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये पार्टी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद पार्टी में असंतुष्टों खास तौर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ने की चेतावनी देने वाले नेताओं को मनाने में एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए भाजपा ने गुरुवार (19 जनवरी) को उनसे पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को समर्थन देने तथा प्रदेश को कांग्रेस और भ्रष्टाचार से मुक्त करने में मदद करने को कहा। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया, ‘हम उनसे एक बड़े लक्ष्य को पाने के लिये एकजुट होकर मोर्चे पर लड़ने को कह रहे हैं। हम प्रदेश को कांग्रेस और भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिये संघर्ष कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि वे बात को समझेंगे और पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में अपनी दावेदारी वापस ले लेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘एक सीट के लिये हठ करने की बजाय हमें स्थिति का लाभ लेना चाहिये। इस समय हालात हमारे पक्ष में हैं। जनता भ्रष्ट शासन से मुक्ति पाना चाहती है। कांग्रेस के पूर्व दिग्गजों का समर्थन मिलने से हमें मदद ही होगी।’ भाजपा नेता ने कहा कि नामांकन पत्र वापस लेने के आखिरी दिन तक पार्टी अपने असंतुष्ट पार्टी नेताओं को मनाने के प्रयास जारी रखेगी। पार्टी के वफादार रहने के बावजूद कांग्रेस से आयातित नेताओं को टिकट वितरण में तरजीह दिये जाने से नाराज नरेंद्रनगर के पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत, रूड़की से पूर्व विधायक सुरेश चंद्र जैन तथा केदारनाथ से आशा नौटियाल जैसे कई भाजपा नेताओं ने चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी लड़ने की चेतावनी दी है। इन सभी सीटों से भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए नेताओं को उम्मीदवार घोषित किया है।
बिष्ट ने कहा, ‘यह बात समझी जानी चाहिये कि एक सीट से सभी दावेदारों को टिकट नहीं दिया जा सकता। किसी एक का चयन करना बहुत मुश्किल बात है लेकिन टिकट तो किसी एक ही दावेदार को मिलेगा।’ टिकट न दिये जाने से नाराज पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश के विभिन्न स्थानों से लेकर राजधानी देहरादून में प्रदेश मुख्यालय तक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कुमांऊ क्षेत्र में तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट और केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा का पुतला भी जलाया। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में टिकट वितरण में भेदभाव का आरोप लगाते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के पोस्टर भी फाड़े गये। हांलाकि, इस बाबत प्रदेश पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यह आक्रोश अस्थायी है और जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जायेगा।
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