शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तरप्रदेश के शामली जिले के कैराना में जाकर घर घर प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने पलायन करने वाले परिवारों से मुलाक़ात भी की। मुलाक़ात करने के बाद उन्होंने कहा कि कैराना में आज का माहौल देखकर हृदय को बहुत शांति मिलती है। समाजवादी पार्टी ने भी अमित शाह के कैराना दौरे को लेकर उनपर पलटवार किया है।
दरअसल शनिवार को केंद्रीय गृह अमित शाह ने कैराना में कहा कि यहां आज का माहौल देखकर हृदय को बहुत शांति मिलती है। 2017 के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में आज विकास की एक लहर दिखती है। पहले लोग कैराना से पलायन करते थे। लेकिन आज पलायन कराने वाले पलायन कर गए।
समाजवादी पार्टी के नेता ने अमित शाह के कैराना दौरे को लेकर निशाना साधते हुए जाट और मुसलमानों को भाजपा के पक्ष में वोट नहीं करने की अपील की। सपा नेता फखरूल हसन चांद ने कू एप पर लिखा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट और मुसलमान कसम खाओ कि चुनाव में किसान, रोज़गार, मंहंगाई, विकास पर ही वोट देंगे। दिल्ली से लोग आ रहे है हिन्दू मुसलमान की बात करने लेकिन तुम अपने मुद्दों से भटकना नहीं, दिल्ली से आने वालों को करारा जवाब देना।
कैराना दौरे पर अमित शाह ने यह भी कहा कि 2014 के बाद पीएम मोदी ने यूपी के विकास की धुरी अपने हाथों में ली। 2017 में यहां भाजपा सरकार बनने के बाद योगी आदित्यनाथ सीएम बने और विकास को और गति दी। आज राज्य में राज्य में विकास की नई लहर चल रही है और गरीबों को सरकारी योजना का लाभ मिल रहा है।
बता दें कि साल 2016 में कैराना से तत्कालीन सांसद हुकुम सिंह ने वहां से कुछ हिंदुओं के पलायन का आरोप लगाया था। उन्होंने 346 हिंदू परिवारों की लिस्ट भी जारी की थी। उनका कहना था कि मुस्लिम दबंगों के चलते हिंदू परिवार कैराना से पलायन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि दबंगों और माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। भाजपा ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था। इसका राजनीतिक लाभ भाजपा को मिला और भाजपा सरकार बनने के बाद कैराना के कई गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई और कई एनकाउंटर भी हुए।
भाजपा ने इस बार के विधानसभा चुनाव में कैराना से दिवंगत भाजपा नेता हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया है। जबकि सपा ने नाहिद हसन को उम्मीदवार बनाया है। बसपा ने राजेंद्र सिंह उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने यहां से हाजी अखलाक को टिकट दिया है। कैराना में 10 फ़रवरी को वोटिंग होगी।