यूपी चुनाव: 2012 में 67% कांग्रेस और 57% भाजपा उम्मीदवारों की जमानत हो गई थी जब्त
यूपी चुनाव: जो प्रत्याशी अपनी विधान सभा में पड़े कुल वोटों का 1/6 वोट पाने में विफल रहता है तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है।

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। दोनों दलों इस बार एक साथ मिलकर भले चुनाव लड़ें लेकिन पिछले चुनाव में जहां सपा को सबसे अधिक सीटों पर जीत मिली थी वहीं सभी प्रमुख दलों में सबसे अधिक कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी। जमानत जब्त होने के मामले में दूसरे स्थान पर भाजपा रही थी। जबकि 2014 में हुए लोक सभा चुनाव में भाजपा को राज्य की 80 सीटों में से 71 पर जीत मिली थी। वहीं दो सीटें भाजपा की सहयोगी अपना दल ने जीती थीं। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच विधान सभा चुनावों के लिए मतदान होंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार विधान सभा चुनाव में हर प्रत्याशी को पांच हजार रुपये जमानत के तौर पर जमा करने होते हैं। जो प्रत्याशी अपनी विधान सभा में पड़े कुल वोटों का 1/6 पाने में विफल रहता है तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। वहीं विजयी प्रत्याशी समेत कुल मतदान के 1/6 से ज्यादा वोट पाने वाले प्रत्याशियों की जमानत वापस कर दी जाती है। अगर किसी प्रत्याशी को कुल मतदान के 1/6 से कम वोट मिला है फिर वो विजयी रहा है तो उसकी जमानत लौटा दी जाती है।
भारतीय निर्वाचन आयोग की 2012 के उत्तर प्रदेश चुनाव रिपोर्ट के अनुसार पिछले विधान सभा चुनाव में यूपी में मैदान में उतरे कुल 6835 उम्मीदवारों में से 5756 की जमानत जब्त हो गई थी। आयोग के अनुसार पिछले यूपी विधान सभा चुनाव में 6252 पुरुष और 583 महिला उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव लड़ने वाले 5269 पुरुषों और 487 महिलाओं की जमानत जब्त हो गई थी।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने 2012 के विधान सभा चुनाव में 355 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 28 सीटों पर कांग्रेसी उम्मीदवारों को जीत मिली थी लेकिन पार्टी के 240 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी। यानी कांग्रेस के 67 प्रतिशत उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा सके। कांग्रेस को चुनाव में पड़े कुल वैध वोटों में से 11.65 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछले यूपी विधान सभा चुनाव में जमानत जब्त होने के मामले में नंबर दो पर भाजपा रही थी। भाजपा ने कुल 398 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से 47 को जीत और 229 की जमानत जब्त हो गयी। इस तरह पार्टी के करीब 57 प्रतिशत उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सके थे। भाजपा को कुल मतदान के 15 प्रतिशत वोट मिले थे।
2012 के यूपी विधान सभा चुनाव में बसपा 403 सीटों पर मैदान में उतरी थी। पार्टी को 80 सीटों पर जीत मिली, वहीं उसके 51 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी। बसपा को कुल वोटों के 25.91 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछले विधान सभा चुनाव में बहुमत हासिल करने वाली सपा ने कुल 401 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था जिनमें से 224 ने विजय हासिल की। पार्टी के 53 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी। पिछले विधान सभा चुनाव में सपा को सर्वाधिक 29.13 प्रतिशत वोट मिले थे।
देखिए यूपी में 2002 से 2014 के बीच किस पार्टी को कितने वोट और सीटें मिली हैं-





