उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के बाद सूबे में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 3 मंत्री और कई विधायक भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए तो सत्ताधारी दल ने भी मुलायम सिंह यादव के कुनबे में सेंधमारी की और अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गईं। वहीं, अपर्णा यादव (Aparna Yadav) के भाजपा का दामन थाम लेने पर प्रसपा-लोहिया के अध्यक्ष और दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने कहा कि अपर्णा यादव को समझना चाहिए, उनको परिवार के साथ रहना चाहिए था।
न्यूज18 से बात करते हुए शिवपाल यादव ने हरिओम यादव और प्रमोद गुप्ता के समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ देने के सवाल पर कहा कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा, “ये अपर्णा समझें, उनको समझना चाहिए था और परिवार के साथ रहना चाहिए था। प्रमोद भी जब समाजवादी विचारधारा से जुड़े थे तो थोड़ा सा इंतजार करना चाहिए था। “
2022 के चुनाव में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और गठबंधन की क्या रणनीति होनी चाहिए? इस सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि जो गठबंधन अखिलेश ने बनाया है, उसमें हम सब लोग हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलना चाहिए, बड़ी जीत मिलनी चाहिए।
गृह मंत्री अमित शाह ने मथुरा में कहा था कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बोलने का हक नहीं है, वे लोग अपनी सरकार के दिन याद करें, जब गुंडागर्दी होती थी। शाह के इस हमले पर शिवपाल यादव ने कहा, “भाजपा के लोग केवल झूठ बोलने वाले लोग हैं, इन्होंने 5 सालों में कोई काम तो किया नहीं है, केवल झूठ बोला है। समाजवादी पार्टी में किसी भी गुंडे को प्रश्रय नहीं दिया, किसी भी अपराधी को कभी नहीं बख्शा जाएगा।”
भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवपाल यादव ने कहा, “इन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों को बहुत परेशान किया है, कोई काम नहीं किया है, इनकी सारी योजनाएं फेल रही हैं। महंगाई है, बेरोजगारी है और भ्रष्टाचार है।”