समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) की शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में संयुक्त प्रेस वार्ता होनी थी। इसके पहले, ही अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उनके हेलिकॉप्टर को बिना कारण बताए दिल्ली में रोक दिया गया है और मुजफ़्फरनगर नहीं जाने दिया जा रहा है। वहीं, अखिलेश के आरोपों पर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा है कि हाई एयर ट्रैफिक के कारण अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर में देरी हुई। इस दौरान अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर की रीफ्युलिंग हुई और इसके बाद उसे तुरंत उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “मेरे हेलिकॉप्टर को अभी भी बिना किसी कारण बताए दिल्ली में रोककर रखा गया है और मुजफ़्फरनगर नहीं जाने दिया जा रहा है। जबकि भाजपा के एक शीर्ष नेता अभी यहां से उड़े हैं। हारती हुई भाजपा की ये हताशा भरी साज़िश है। जनता सब समझ रही है…।” अखिलेश यादव के इस ट्वीट के बाद सपा समर्थक सोशल मीडिया पर भाजपा पर निशाना साधने लगे हैं।
अपडेट के मुताबिक, अखिलेश यादव दिल्ली से मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने एक और ट्वीट किया है, “सत्ता का दुरूपयोग हारते हुए लोगों की निशानी है…समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा। हम जीत की ऐतिहासिक उड़ान भरने जा रहे हैं।”
दरअसल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी आज मुजफ्फरनगर में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वाले हैं। इसी सिलसिले में अखिलेश मुजफ्फरनगर रवाना हो रहे थे, जब उन्होंने आरोप लगाया कि उनके हेलिकॉप्टर को दिल्ली में रोक दिया गया है। अखिलेश और जयंत की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय होने जा रही है जब गृह मंत्री अमित शाह ने जाट समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की है।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव संपन्न होने हैं। पहले चरण में 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा कोविड-19 को देखते हुए रोड शो और रैलियों पर रोक लगाई गई है। इसे देखते हुए भाजपा के बड़े नेता लोगों से घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। भाजपा ने पश्चिमी यूपी में अपनी ताकत झोंक दी है। वहीं, अब सपा और रालोद भी पश्चिमी यूपी में अपने अभियान की साझा शुरुआत करने जा रही है।