रामपुर से सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा होकर बाहर आ गए हैं। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने और पेश करने के आरोप में अब्दुल्लाह आजम खान पर केस दर्ज हुआ था, इसके बाद से ही वे जेल में बंद थे। आजम खान भी इस वक्त सीतापुर जेल में बंद हैं। वहीं, जमानत पर रिहा होकर बाहर आए अब्दुल्लाह ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, ”जेल में मेरे पिता मरते-मरते बचे थे।”
‘एनडीटीवी’ से बात करते हुए अब्दुल्लाह आजम खान ने कहा कि उनके पिता (आजम खान) जेल में बेहद खराब हालत में हैं और यहां तक कि उनकी मेडिकल जरूरतों का भी ठीक से ध्यान नहीं रखा गया। अब्दुल्लाह कहते हैं, ”मेरे पिता को कोविड हुआ लेकिन 9 दिन बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। मेरे पिता मरते-मरते बचे।” अब्दुल्लाह ने कहा, ”मेरे पिता नौ बार के विधायक और दो बार से सांसद हैं लेकिन उनको सी-क्लास जेल में रखा गया है। वह 8 बाय 8 की कोठरी में बंद हैं।”
31 वर्षीय अब्दुल्ला आजम को 43 मामलों में गिरफ्तारी के बाद बीते शनिवार देर रात सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। उनके पिता आजम खान अभी भी जेल में हैं। अब्दुल्ला ने कहा, ”हमारे खिलाफ भैंस-चोरी, बकरी-चोरी, मुर्गी-चोरी और किताब-चोरी के मामले भी हैं। चूंकि, मामला कोर्ट में है इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। मैं अपने परिवार के लिए दो साल तक जेल में रहा। मेरे ऊपर फर्जी कागज लगाने का आरोप है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। उम्मीद करता हूं सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा।”
आजम खान के पुत्र ने पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। अब्दुल्लाह आजम ने कहा, ”हम अखिलेश यादव के साथ हैं। पार्टी जहां से भी मुझसे कहेगी, मैं वहीं से चुनाव लड़ूंगा।” बता दें कि समाजवादी पार्टी ने अब्दुल्लाह आजम खान को स्वार टांडा से विधानसभा चुनाव में टिकट दिया है जबकि, उनके पिता आजम खान को रामपुर शहर से उम्मीदवार बनाया है।