संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने उत्तर प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वे आगामी राज्य चुनावों में किसानों की मांगों को पूरा नहीं करने के लिए भाजपा को ‘दंडित’ करें। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। योगेंद्र यादव ने कहा कि एसकेएम के आह्वान का 57 किसान संगठनों ने समर्थन किया है।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव में किसी भी पार्टी के लिए वोट मांगने से संगठन का कोई लेना-देना नहीं है। वापस लिए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर एक समिति बनाने का वादा पूरा नहीं किया गया और न ही किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया है।
योगेंद्र यादव ने कहा, “एसकेएम ने यूपी के किसानों से अपील की है कि आने वाले चुनाव में किसानों के साथ विश्वासघात करने के लिए बीजेपी को सजा दी जाए।” उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया है। एमएसपी के लिए अभी तक कोई कमेटी नहीं बनी और किसानों के खिलाफ मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं।
9 जगहों पर आयोजित होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस: उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के मेरठ, कानपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और लखनऊ समेत नौ जगहों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी। योगेंद्र यादव ने कहा कि एसकेएम की अपील वाले पर्चे पूरे उत्तर प्रदेश में बांटे जाएंगे। उन्होंने एक बार फिर ये बात दोहराई कि संयुक्त किसान मोर्चा का किसी भी राजनीतिक दल के लिए वोट मांगने से कोई लेना-देना नहीं है। योगेंद्र यादव ने कहा कि मोर्चा गैर-राजनीतिक था और गैर-राजनीतिक रहेगा।
बता दें कि यूपी में सात चरणों में चुनाव संपन्न होने हैं। पहले चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 फरवरी को मतदान होगा। वहीं, आखिरी चरण के लिए 7 मार्च को वोटिंग होगी और इसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे।