उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत लगातार कहते रहे हैं कि उनका चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने साफ किया था कि वह किसी दल को वोट देने की अपील नहीं कर रहे हैं। हालांकि, टिकैत भले ही खुद को चुनावी राजनीति से दूर बनाए रखने का दावा करते रहे हैं लेकिन उनके यहां नेताओं का आना-जारी लगातार जारी है। राकेश टिकैत ने कहा कि दंगों का असर मुजफ्फरनगर में नहीं दिखाई देगा।
‘आजतक’ के रिपोर्टर से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “यहां दंगों का असर नहीं दिखाई देगा। लेकिन सरकार पुराने इंजन को स्टार्ट करने की कोशिश कर रही है, कि इनको दंगा, हिदू-मुस्लिम और जिन्ना पर लेकर जाएं। लेकिन वो चलेगा ही नहीं।”
राकेश टिकैत से जब पूछा गया कि आप दावा करते हैं कि चुनावों से आपका कोई लेना नहीं है लेकिन आपके यहां राजनीतिक दलों के नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। इस पर टिकैत ने कहा, “ये तो सबका घर है, कोई तो एक ठिकाना चाहिए सभी को जहां पर हर आदमी आकर अपनी बात कह सके। यहां पर हर आदमी आकर अपनी बात कर सकता है।”
खुलकर राकेश टिकैत नहीं बोल रहे हैं लेकिन अंदर-अदर सियासी चाल चल रहे हैं, इन आरोपों पर बीकेयू नेता ने कहा, “सब अपना-अपना प्रचार कर लें, कहीं मिलने पर फोटो लेकर शेयर कर दें कि हमें समर्थन दे दिया…? यहां अलग-अलग विचारधारा के लोग हैं। यहां तीन विचारधारा के लोग हैं अभी लेकिन सभी किसानी की बात करते हैं। लेकिन सरकार चाहती है कि पुराने सिस्टम को शुरू करें, तो वह मॉडल पुराना हो गया।”
मुजफ्फरनगर दंगे को लेकर सवाल पर क्या बोले टिकैत: राकेश टिकैत का इशारा मुजफ्फरनगर दंगे को लेकर हो रही सियासत की तरफ था। किसान कम और नेता ज्यादा दिखाई दे रहे हैं आपके यहां? इस पर उन्होंने कहा, “किसान भी हैं और नेता भी हैं. खेती-बाड़ी तो सारे करते हैं। मेरा मतलब देश के नौजवान से है, रोजगार से है।