उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनाव प्रचार भी राजनीतिक दल पूरे जोर-शोर से कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के चर्चित नेता ओमप्रकाश राजभर हमेशा अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में ओमप्रकाश राजभर ने बयान दिया था कि योगी जी ने मथुरा, काशी या फिर अयोध्या से टिकट मांगा था। लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट देने से मना कर दिया और उन्हें मठ (गोरखपुर) भेज दिया, अब वहीं पर रहेंगे।
जी न्यूज चैनल से इंटरव्यू देते के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि आवास के लिए 50 हजार रुपए मांगे जाते हैं। एक गरीब आदमी और रिक्शा चलाने वाला आदमी 50 हजार कहां से देगा? इसके संबंध में मैंने अमित शाह जी और योगी जी से भी शिकायत की। मैंने उनसे कहा कि आप जो योजना भेजते हो जरा उसका जमीन पर भी आकलन कर लीजिए।
ओमप्रकाश राजभर ने आगे कहा कि जो थानों की स्थिति है इससे अच्छी स्थिति सपा, बसपा और कांग्रेस सरकार में थी और कांग्रेस सरकार में तो सबसे अच्छी स्थिति थी। जब कांग्रेस सरकार हुआ करती थी तब किसी भी दल का व्यक्ति थाने पर चला जाता था, उसकी सुनी जाती थी। लेकिन आज के दौर में अपराधी को बचाने में सरकार लग जाती है। विधायक और सांसद अपराधी को बचाने में लग जाते हैं। यह नहीं देखते हैं कि जिस गरीब का उत्पीड़न किया गया है उसको न्याय मिलना चाहिए।
राजभर ने आगे कहा कि सपा की सरकार में 500 और 1000 रुपए देकर भी एफआईआर लिख दिया जाता था। लेकिन इस सरकार में एफआईआर लिखवाने के लिए 20 से 50 हजार तक देने पड़ते हैं। यह स्थिति थाने की है। थाने पर पहले पूछते हैं कि क्या नाम है? फिर पूछते हैं कि कौन सी जाति के हो? अगर आप हरिजन है तो आपको भगा दिया जाता है। यह सब कांग्रेस के जमाने में नहीं था। यह सब सपा और बसपा की सरकारों में नहीं था, यह भाजपा की सरकार में हो रहा है।
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी का गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के साथ हुआ है। 2017 का विधानसभा चुनाव ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था।