समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी गुजरात से अपने कार्यकर्ता बुलाकर यूपी में अफवाह और भ्रम फैला रही है। अखिलेश यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि गुजरात के कार्यकर्ताओं से भाजपा उत्तर प्रदेश में “नफरत फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले को संज्ञान लेने की बात की है।
ऐसे लोगों को गुजरात वापस भेजा जाये: इसके साथ ही अखिलेश यदाव से ऐसे कार्यकर्ताओं को वापस गुजरात भेजने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकते हैं। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह बात राज्य के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान और प्रतापगढ़ जिले के विश्वनाथगंज निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अपना दल (सोनेलाल) के विधायक आरके वर्मा को पार्टी में शामिल करने के बाद कही।
उन्होंने कहा, “कौन नहीं जानता कि गुजरात के लोग पहले ही यूपी आ चुके हैं? मेरा कोई भी कार्यकर्ता दूसरे राज्यों से नहीं आया है। मैं चुनाव आयोग से अपील करूंगा जो भी अन्य राज्यों से आए हैं, उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए”। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मैं अपने पत्रकार साथियों से कहूंगा कि वह सूची देना जहां गुजरात प्रदेश के लोगों को देखा था।”
फैला रहे हैं नफरत: अखिलेश यादव ने कहा कि मैं तस्वीरें जारी करूंगा जिससे साबित होगा कि गुजरात के लोगों ने यूपी में नफरत और झूठ फैलाने के लिए यहां प्रशिक्षण लिया है। बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर एक सभा में आदर्श आचार संहिता और कोविड -19 प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन को लेकर सपा के महासचिव को नोटिस जारी किया गया था।
इस नोटिस के जारी होने के एक दिन बाद अखिलेश अब विपक्ष पर काफी हमलावर दिखाई दे रहे हैं। इस बीच, दारा सिंह चौहान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 2017 के अपने चुनावी नारे “सबका साथ, सबका विकास” को भूल गई है। उन्होंने सभी का साथ लिया लेकिन कुछ ही लोगों को फायदा मिला।”