यूपी में जाट वोटरों को साधने के लिए हर दल की तरफ से जोर आजमाइश जारी है। इसके चलते जहां समाजवादी पार्टी ने जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल से गठबंधन किया है तो वहीं भाजपा ने भी अपनी कमर कस ली है। और चुनावी जंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी कमान संभाल ली है। बता दें कि भाजपा के घर-घर प्रचार अभियान के तहत अमित शाह बुधवार को पश्चिमी यूपी के दौर पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कई जाट नेताओं से मुलाकात की।
जाट वोटरों को मनाने की जुगत: दरअसल किसान आंदोलन को लेकर पश्चिमी यूपी के जाट वोटरों में भाजपा के प्रति नाराजगी बताई जा रही है। ऐसे में अब भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह जाट नेताओं से मिलकर उन्हें मनाने की कोशिश में हैं। वहीं सिर्फ अमित शाह ही नहीं बल्कि भाजपा के और भी कई बड़े नेता पहले चरण के मतदान को लेकर पश्चिमी यूपी में डेरा डाले हुए हैं।
तमाम बड़े नेता पश्चिमी यूपी में: ऐसे में 27 जनवरी को अमित शाह गौतमबुद्ध नगर और मुथरा में रहेंगे। तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ बिजनौर और भाजपा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मेरठ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य हापुड़ में रहेंगे। वहीं डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा अलीगढ़ में लोगों से भाजपा के लिए वोट करने की अपील करेंगे।
साफ है कि पश्चिमी यूपी में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। गौरतलब है पश्चिमी यूपी की कई ऐसी सीटें हैं जहां पहले ही चरण में 10 फरवरी को मतदान होगा। ऐसे में भाजपा जाट वोटरों को लुभाने में लगी हुई है। बुधवार को अमित शाह ने जाट वोटरों से मुलाकात कर कहा कि अगर उन्हें राज्य सरकार से कोई समस्या है तो उनके लिए केंद्र मदद के लिए हमेशा तत्पर है।
बुधवार को जाट नेताओं से अमित शाह ने कहा कि आप अपनी खीझ मेरे साथ निकाल सकते हैं। लेकिन आपको किसी और पार्टी की तरफ देखने की क्या जरूरत है।?” बता दें कि पश्चिमी यूपी में जाट वोटर काफी अहमियत रखते हैं। यहां जाट करीब 17 प्रतिशत हैं। इसमें 45 से 50 सीटों पर जाट हार-जीत तय करते हैं।