केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद पहुंचे थे, जहां जन विश्वास यात्रा के दौरान उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। शाह ने कहा कि निज़ाम’ का मतलब शासन होता है लेकिन अखिलेश यादव के लिए ‘NIZAM’ का मतलब, नसीमुद्दीन, इमरान मसूद, आजम खान और मुख्तार अंसारी है।
जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ”मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपको अखिलेश का ‘निजाम’ चाहिए या योगी-मोदी के विकास का ‘निजाम’।” गृह मंत्री ने इस दौरान सपा प्रमुख पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश की जनता आपसे हिसाब मांगती है कि आपके शासन में कितने दंगे हुए थे, लेकिन वो जवाब नहीं देते। मैं जवाब देता हूं कि अखिलेश यादव की सरकार में 700 दंगे हुए लेकिन आज योगी सरकार में दंगाइयों की आंख उठाने की हिम्मत नहीं है।”
अमित शाह ने कहा, ”सपा, बसपा ने 15 साल राज किया। क्या हालत कर दी थी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की। यहां से लोग पलायन करने लग गए थे। हाथी और साइकिल वालों ने भ्रष्टाचार की नोटों से बोरे भरने के अलावा कोई काम नहीं किया। विकास का काम भाजपा ने किया है।” उन्होंने कहा, ”समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में एक नई प्रकार की प्रयोगशाला (LAB) बनाई थी। सपा की LAB का मतलब है- (L)- लूट, (A)- आतंकवाद, (B)- भ्रष्टाचार।”
अमि शाह ने ‘जिन्ना’ वाले बयान को लेकर भी अखिलेश यादव को घेरा और कहा, ”पश्चिमी उत्तर प्रदेश गन्ने का क्षेत्र है, लेकिन इनकों तो गन्ने का पता ही नहीं है,ये केवल जिन्ना जिन्ना करते रहते थे। इनके शासन काल में गन्ना किसानों को भुगतान नहीं होता था। भाजपा की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 90% गन्ना किसानों का भुगतान किया।”
जनसभा के दौरान अमित शाह ने कहा, ”यहां पर समाजवादी पार्टी के एक नेता ने बलात्कार के बाद कहा था कि लड़कों से गलतियां हो जाती है। लेकिन माताओं की सुरक्षा और बहनों का सम्मान भाजपा का वचन है उत्तर प्रदेश की जनता को। किसी की हिम्मत नहीं है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में माताओं बहनों से छेड़खानी कर पाए।”