मेघालय विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। राज्य में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। इस बीच मेघालय के तमाम हिस्सों में हिंसक घटनाएं देखने को मिली हैं। मतगणना के बाद हुई हिंसा को देखते हुए पश्चिम जयंतिया हिल्स जिला प्रशासन ने सहस्नियांग गांव में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है।
जानकारी के अनुसार, मतगणना के बाद जमकर पत्थरबाजी हुई, कारों को आग के हवाले कर दिया गया है और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। हिंसा सोहरा और मायरंग क्षेत्रों में भी हुई है, जहां धारा 144 लागू की गई है।
अगले आदेश तक कर्फ्यू
जिला मजिस्ट्रेट बीएस सोहलिया ने कहा कि साहस्नियांग गांव में हिंसा को रोकने और क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बहाल करने के लिए CRPC की धारा 144 के तहत तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगाया गया है और यह अगले आदेश तक जारी रहेगा। वेस्ट जेंटिया हिल्स के कलेक्टर ने माहौल पर चिंता जताते हुए कहा कि मेघालय चुनाव के बाद हिंसा पर अगर काबू नहीं पाया जाता तो यह और ज्यादा फैल सकती थी। यही नहीं, सार्वजनिक संपत्ति को भी ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। ऐसे में कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, सोहरा में एक स्थानीय समाचार चैनल ने गलत खबर चला दी कि एनपीपी उम्मीदवार ग्रेस मैरी खारपुरी को शेला विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल हुई है। हालांकि वह बढ़त बनाए हुई थीं, लेकिन बाद में इस सीट से यूडीपी के उम्मीदवार बालाजिद सिंक ने जीत हासिल की। जिसके बाद NPP के कार्यकर्ता हिंसा पर उतर आए और जमकर पत्थरबाजी की।
मेघालय विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे
मेघालय में 27 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए। मेघालय चुनाव के नतीजों के मुताबिक, किसी पार्टी ने बहुमत नहीं जीता है। बीजेपी और एनपीपी के बीच फिलहाल बातचीत जारी है। मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जिसने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में से 26 सीटों पर जीत हासिल की। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मेघालय के उनके समकक्ष कोनराड के संगमा ने नई सरकार बनाने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन मांगा है। भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में केवल दो सीटें जीतने में सफल रही।