Lok Sabha Poll 2019: भाजपा में है बागियों की लंबी कतार, सपा-बसपा और कांग्रेस में भागने की फिराक में दर्जनभर सांसद
Lok Sabha Poll 2019: केंद्रीय मंत्री और शाहजहांपुर से सांसद कृष्णा राज, बाराबंकी सांसद प्रियंका रावत, मिसरिख सांसद अंजू बाला, संभल सांसद सत्यपाल सैनी और पार्टी के वरिष्ठ नेता और कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी का भी टिकट पार्टी ने काटा है।

Lok Sabha Poll 2019: उत्तर प्रदेश के इटावा सुरक्षित संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद अशोक कुमार दोहरे शुक्रवार (29 मार्च) को कांग्रेस में शामिल हो गए। दोहरे ने शुक्रवार की सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पार्टी महासचिव एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नेता मौजूद थे। बता दें कि भाजपा ने दोहरे का टिकट काटकर इटावा से रमाशंकर कठेरिया को उम्मीदवार बनाया था। उत्तर प्रदेश में दोहरे अकेले सांसद नहीं हैं जो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं। सूत्रों के मुताबिक करीब दर्जनभर ऐसे सीटिंग एमपी हैं जो भाजपा में बगावत करने पर उतारू हैं। इनमें से अधिकांश वैसे सांसद हैं, जिनका टिकट पार्टी ने काट दिया है। 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अब तक कुल 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, इनमें से 12 सीटिंग सांसदों को टिकट नहीं दिया गया है। टिकट कटने से नाराज ये सांसद सपा, बसपा और कांग्रेस में शामिल होने की फिराक में लगे हैं।
दोहरे से पहले बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले पहले ही कांग्रेस का हाथ थाम चुकी हैं। कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है। इनके अलावा इलाहाबाद सांसद श्यामा चरण गुप्ता ने भी भाजपा को अलविदा कर दिया था। उन्हें समाजवादी पार्टी ने बांदा से उम्मीदवार बनाया है। हरदोई से सांसद अंशुल वर्मा नाटकीय घटनाक्रम में भाजपा से इस्तीफा दे चुके हैं और सपा की साइकिल पर चढ़ चुके हैं।
भाजपा ने जिन अन्य सांसदों का टिकट काटा गया है उनमें बलिया से सांसद भरत सिंह, फतेहपुर सिकरी से सांसद चौधरी बाबूलाल, कुशीनगर से सांसद राजेश पांडेय शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री और शाहजहांपुर से सांसद कृष्णा राज, बाराबंकी सांसद प्रियंका रावत, मिसरिख सांसद अंजू बाला, संभल सांसद सत्यपाल सैनी और पार्टी के वरिष्ठ नेता और कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी का भी टिकट पार्टी ने काटा है। इनमें से कई सांसद विपक्षी दलों के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। इनमें से कई सांसदों और उनके समर्थकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर दिया है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)