उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ‘भारत कभी बदल नहीं सकता’ वाली मानसिकता को बदला। मुख्य अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रंिवद जगन्नाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्मंत्री त्रिवेन्द्र ंिसह रावत, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह की मौजूदगी में उन्होंने यह बात कही। मोदी ने कहा कि भारत के योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जा रहा है, विशेषकर पर्यावरण के संबंध में उसकी भूमिका।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें बीमारी (भ्रष्टाचार) का पता चला, उसे स्वीकार किया लेकिन ना कभी उस पर विचार किया और ना ही उस बीमारी को ठीक करने की दिशा में कोई कदम उठाया। मोदी ने कहा, ‘‘ जिस पार्टी ने इतने वर्षों तक देश पर शासन किया, उसने देश को एक ऐसी व्यवस्था दी, जिसकी सच्चाई तत्कालीन प्रधानमंत्री ने भी स्वीकार की। लेकिन खेद की बात यह है कि अपने 10 -15 वर्ष के शासन में उस ‘लूट’ और ‘लीकेज’ को खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया ।’’ देश का मध्यम वर्ग ईमानदारी से कर का भुगतान करता रहा और साथ ही इस 85 प्रतिशत की ‘लूट’ भी जारी रही।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज आपको सच भी बताना चाहूंगा।
हमने इस 85 प्रतिशत की लूट को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया।’’ मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में 5,80,000 करोड़ रुपए विभिन्न परियोजनाओं के तहत सीधे लोगों के खातों में अंतरित किए। यह पैसे विभिन्न उद्देश्यों जैसे घर, शिक्षा, छात्रवृत्ति, गैस सिलेंडर और अन्य सुविधाओं के लिए दिए गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सोचिए, अगर देश पुरानी व्यवस्था के अनुसार चल रहा होता तो 5,80,000 करोड़ रुपए में से करीब 4,50,000 करोड़ रुपए ‘लीकेज’ के जरिए गायब हो जाते। अगर हम व्यवस्था में बदलाव नहीं लाए होते तो यह पैसा भी उसी तरह से लूट लिया जाता जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने बताया था।’’ उन्होंने कहा कि सुधार के लिए कदम पहले भी उठाए जा सकते थे लेकिन ऐसा करने की कोई मंशा या इच्छाशक्ति ही नहीं थी।
मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने करीब सात करोड़ ऐसे लोगों की पहचान की है जो केवल कागजों पर हैं और सरकारी परियोजनाओं का फायदा उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जरा साचिए, हमारे देश में ब्रिटेन, फ्रांस, इटली की आबादी से भी अधिक ऐसे लोग हैं जो केवल कागजों पर हैं और सरकारी परियोजनाओं का फायदा उठा रहे हैं।’’ समारोह के मुख्य अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने ‘स्किल इंडिया’ और ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ‘ जैसी योजनाओं के माध्यम से भारत में लाए परिवर्तन के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की। उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना के लिए मोदी के वैश्विक स्तर पर नेतृत्व को भी सराहा।
जगन्नाथ ने अपने देश में अगले महीने भगवद गीता महोत्सव और अगले साल भोजपुरी उत्सव का आयोजन करने की घोषणा भी की। पहली बार यह सम्मेलन नौ जनवरी की बजाय 21 से 23 जनवरी के बीच तीन दिन के लिए आयोजित किया जा रहा है, ताकि यहां आने वाले लोग प्रयागराज में कुम्भ मेले और फिर राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस परेड कार्यक्रम में शिरकत कर सकें। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इस वर्ष सम्मेलन का विषय ‘नए भारत के निर्माण में भारतवंशियों की भूमिका’ है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार रात अचानक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और उनसे करीब एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, शिवराज और ज्योतिरादित्य दोनों ने ही इसे शिष्टाचार भेंट बताया। ज्योतिरादित्य ने अचानक चौहान से उनके निवास पर मिलने की इच्छा जताई और स्वीकृति मिलने पर वह सोमवार रात 9 बजे के आसपास उनसे मिलने पहुंच गए।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने ईवीएम को हैक किये जाने के एक साइबर विशेषज्ञ के दावे का हवाला देते हुये चुनाव आयोग से अगला लोकसभा चुनाव मतपत्र से ही कराये जाने की मांग की है। मंगलवार को जारी बयान में मायावती ने कहा ‘‘लंदन में एक साइबर विशेषज्ञ द्वारा यह दावा करना कि 2014 में लोकसभा चुनाव के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के पिछले विधानसभा चुनावों में ईवीएम के जरिये जबरदस्त धांधली की गई थी, ईवीएम धांधली पर जारी विवाद को और भी ज्यादा गंभीर बनाता है।’’
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि वह सरकार के पैसे का उपयोग भाजपा के ”प्रधान प्रचारक” के रूप में कर रहे हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को श्वेत पत्र जारी कर यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने पांच साल में क्या किया है।
पिछले हफ्ते कोलकाता में दिखी विपक्ष की एकजुटता पर भाजपा के हमले के बाद सहयोगी दल शिवसेना और विपक्षी कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले यह देख कर घबरा गए हैं और उनमें ‘‘डर’’ समा गया है।
भाजपा ने सोमवार को कहा कि कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने प्रस्तावित रैली रद्द कर दी गई है। भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री इसके बजाय पश्चिम बंगाल में तीन रैलियां करेंगे जिसकी शुरूआत अगले सप्ताह होगी। यह ऐतिहासिक मैदान वही स्थान है जहां गत शनिवार को तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी रैली आयोजित की थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे। 28 जनवरी (रविवार) को वह बोनगांव के ठाकुरनगर में एक रैली को संबोधित करेंगे। दो फरवरी को वह उत्तर बंगाल के सिलिगुड़ी में एक रैली को संबोधित करेंगे।’’
पश्चिम बंगाल भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैलियां भी आयोजित करना चाहती है, लेकिन अभी कुछ पक्का नहीं है। शाह की रैलियों पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘वे लोग (भाजपा के वरिष्ठ नेता) जितनी बार चाहें आ सकते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि वह लोकसभा चुनाव हारने वाले हैं।’’ गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में भाजपा राज्य में मुख्य विपक्ष के रूप में ऊभरी है। यहां तक कि ग्रामीण इलाकों में हुए उपचुनावों में भी उसकी स्थिति सुधरी है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मालदा में रैली के साथ बुधवार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा के लिए पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में कोलकाता में संयुक्त विपक्ष की महारैली का आयोजन हुआ था। उत्तरी बंगाल का सीमावर्ती जिला मालदा दशकों तक कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा जहां उसके कद्दावर नेता एबीए गनी खान चौधरी और उनके परिवार का दबदबा रहा। हालांकि, 2011 में सत्ता परिवर्तन के बाद तृणमूल कांग्रेस ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है।
दिल्ली में मतदाता सूची से 30 लाख मतदाताओं के नाम कथित तौर पर अवैध तरीके से हटाए जाने संबंधी आम आदमी पार्टी के आरोपों को लेकर भाजपा ने उसके खिलाफ चुनाव आयोग का रूख किया। भगवा पार्टी ने आयोग पर से लोगों का भरोसा डिगाने के इरादे से बेबुनियाद आरोप लगाने को लेकर दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।
प्रदेश भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी के नेतृत्व में पार्टी की दिल्ली इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने भगवा पार्टी पर बेबुनियाद आरोप लगाने और उसके बारे में दुष्प्रचार करने को लेकर चुनाव आयोग से ‘आप’ की मान्यता खत्म करने की मांग की है।
पश्चिम बंगाल में प्रस्तावित दो रैलियों से पहले, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि ममता ने ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ से राज्य को ‘‘बर्बाद’’ कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य का गौरव वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पश्चिम बंगाल के मेरे दो दिवसीय दौरे पर, मैं मालदा (22 जनवरी) और झाड़ग्राम (23 जनवरी) में जनसभाओं को संबोधित करूंगा।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा पश्चिम बंगाल का गौरव वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है जिसे ममता दीदी की तुष्टीकरण की राजनीति ने बर्बाद कर दिया।’’ भाजपा इससे पहले राज्य सरकार पर शाह सहित उनके प्रमुख नेताओं के राजनीतिक कार्यक्रमों को आयोजन की अनुमति नहीं देकर या अनुमति में देरी करके इसमें बाधा पैदा करने का आरोप लगा चुकी है।