बेदिल-
भाजपा में घमासान के बाद नए चेहरे भी इस बार मैदान में हैं। विशेष क्षेत्र से जुड़े इन प्रत्याशियों के लिए दिल्ली का दंगल एक अलग ही तरह की अनुभूति लेकर आया है क्योंकि चंद ही दिनों में इन चेहरों ने बड़े-बड़े नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। इस वजह से पार्टी के नेताओं की भीतरघात का भी डर इस चुनाव में इन चेहरों को नजर आ रहा है। जानकार भी मानते हैं कि इनके साथ सक्रिय कई चेहरे जो अब तक खुद के लिए वोट मांग रहे थे। अब उन्हें इन नए चेहरों के लिए वोट मांगने पड़ रहे हैं। इसलिए नए चेहरों की सीट पर भीतरघात अधिक नुकसानदायक हो सकती है।
भाजपा का तीर
पश्चिम बंगाल की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना घर संभालें, उनके 40 विधायक हमारे संपर्क में हैं। उनके बयान ने राजनीति में भूचाल मचा दिया और उसके कुछ ही दिनों बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर उनके विधायकों को प्रलोभन देकर तोड़ने का आरोप लगाया। उसके दो ही दिन बाद शुक्रवार को गांधी नगर के आम आदमी पार्टी (आप) विधायक अनिल वाजपेयी भाजपा में शामिल हो गए। 70 सदस्यों वाली विधानसभा में 2015 के विधानसभा चुनाव में 67 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी के आधे दर्जन विधायक पहले से ही बागी बने हुए हैं। सिसोदिया के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता विजय गोयल ने भी कई ‘आप’ विधायकों के संपर्क में होने का आरोप लगाया था। अनिल वाजपेयी के भाजपा में आने के बाद तो सही मायनें में आम आदमी पार्टी के विधायकों में टूट-फूट की आशंका दिखने लगी है। कहने वाले कहते हैं कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव में अभी आठ-नौ महीने बाकी हैं। कहीं बंगाल से पहले भाजपा दिल्ली में ही ऑपरेशन न करने लगे।
गर्मी में फीका प्रचार
दिल्ली में ही नहीं देश के अनेक हिस्सों में भयंकर गर्मी पड़ रही है। बावजूद इसके सभी दल चुनाव प्रचार कर ही रहे हैं लेकिन दिल्ली में बड़े दल अपने राष्ट्रीय नेताओं की सभा कराने से बच रहे हैं। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सभा 8 मई को रामलीला मैदान में करने वाले हैं, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा चांदनी चौक के बाराटूटी पर होगी। पहले हुई भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की तरह सभाएं शाम को होंगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अन्य जगहों की तरह दिल्ली में भी रोड शो करेंगी। ‘आप’ नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी रोड शो कर रहे हैं। गर्मी ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि घर-घर जाने वाले उम्मीदवार भी दोपहर की तेज गर्मी से बचते हुए सवेरे शाम पदयात्रा से अधिक रोड शो कर रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो इसका असर कहीं 12 मई को मतदान के दिन न दिख जाए।

