Lok Sabha Election 2019: प्रज्ञा ठाकुर की गिरफ्तारी को रामदेव ने बताया ‘गुनाह की पराकाष्ठा’, बोले- जेल में टॉर्चर की वजह से हो गया कैंसर
Lok Sabha Election 2019 (लोकसभा चुनाव 2019): भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बाद योग गुरु रामदेव भी भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह के समर्थन में आए हैं। रामदेव ने कहा कि जेल में कथित टॉर्चर की वजह से ही साध्वी प्रज्ञा को कैंसर हो गया था।

Lok Sabha Election 2019: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बाद योग गुरु बाबा रामदेव भी भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के समर्थन में आगे आए हैं। रामदेव ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के ‘राष्ट्रवादी’ बताया। रामदेव ने कहा कि जेल में नौ साल तक कथित टॉर्चर के कारण ही साध्वी को कैंसर हुआ।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर को 2008 मालेगांव ब्लास्ट मामले में अभी जमानत मिली हुई है। रामदेव ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को महज शंका के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा को जेल में इस तरह से टॉर्चर किया गया जैसे ‘मानो वह आतंकवादी हो’।
रामदेव ने पत्रकारों से कहा, ‘यह गुनाह की पराकाष्ठा थी। आप किसी भी व्यक्ति को महज शक के आधार पर गिरफ्तार कर लेते हैं और उसे 9 साल तक शारीरिक और मानसिक यातना देते हैं। इस यातना के कारण वह शारीरिक रूप से कमजोर हो गई और उसे कैंसर हो गया। वह आतंकवादी नहीं बल्कि एक राष्ट्रवादी महिला है।’ रामदेव पटना में केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के पटना साहिब संसदीय सीट से नामांकन भरने के दौरान मौजूद थे।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के 26/11 आतंकी हमले में मारे गए एटीएस चीफ हेमंत करकरे के बयान के बारे में पूछे जाने पर रामदेव ने लोगों से प्रज्ञा के प्रति सहानुभूति जताने का आग्रह किया है। रामदेव से साध्वी प्रज्ञा का प्रचार करने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैंने जो कह दिया वह आप लोगों को हेडलाइन बनाने के लिए पर्याप्त है।
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि उनके श्राप देने के बाद ही करकरे आतंकियों के हाथों मारे गए थे। उन्होंने करकरे को कहा था कि तेरा सर्वनाश हो जाएगा। इस बयान के बाद साध्वी की खूब आलोचना हुई थी। वहीं, आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने भी साध्वी को देशभक्त बताया था। ‘
इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी साध्वी के समर्थन में आ गए थे। अमित शाह ने कहा था कि जिन लोगों ने ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द उछाला था उन लोगों ने ही झूठे केस में साध्वी को फंसाया था। साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी का बचाव करते हुए शाह ने इसे ‘पूरी तरह से सही निर्णय’ बताया।