Lok Sabha Election 2019: चुनाव आयोग के बैन का तोड़? मंदिर-मंदिर घूम रहे सीएम योगी, दलित के घर भी पहुंचे
Lok Sabha Election 2019 (लोकसभा चुनाव 2019): चुनाव आयोग ने सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रचार करने पर तीन दिन का बैन लगाया था, लेकिन इस दौरान पहले सीएम योगी ने हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की, फिर अयोध्या दौरे पर गए। अब उनके काशी पहुंचने की बात कही जा रही है।

Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के कारण उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग ने तीन दिन का बैन लगा दिया था। इसके बाद योगी के चुनाव प्रचार करने, रैली में शामिल होने और मीडिया में बयान देने पर रोक लग गई। हालांकि, माना जा रहा है कि सीएम योगी ने मंदिर-मंदिर दर्शन, दलित के घर ठहरकर इसकी काट निकाल ली है। बता दें कि उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर आज (18 अप्रैल) मतदान हो रहा है। ऐसे में कल ही योगी ने अयोध्या के हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में दर्शन कर सुर्खियां बटोरीं। इस दौरान उन्होंने एक दलित परिवार से भी मुलाकात की। राम मंदिर के पुजारी सत्येंद्र दास के मुताबिक, अयोध्या आना और मंदिर के दर्शन करना खुद में एक राजनीतिक संदेश देता है। वहीं, मंत्री सतीश महाना ने कहा कि कोई भी उन्हें (आदित्यनाथ) को धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां करने से नहीं रोक सकता है। बता दें कि आज सीएम योगी काशी पहुंचेंगे।
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गौरतलब है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के चलते चुनाव आयोग ने योगी के चुनाव प्रचार करने पर 72 घंटे की रोक लगाई थी। इस रोक के बाद वह 17 अप्रैल को निजी दौरे के तहत अयोध्या पहुंचे और फिर बलरामपुर में एक मंदिर के दर्शन किए। इससे पहले मंगलवार (16 अप्रैल) को उन्होंने लखनऊ के हनुमान सेतु स्थित मशहूर हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी। इस बाबत अयोध्या के राम लला मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा, “मंदिरों में जाकर, वह (योगी) साफतौर से बीजेपी के पक्ष में एक संदेश भेज रहे हैं और यह साबित कर रहे हैं कि चुनाव आयोग उनके चुनाव प्रचार अभियान को आसानी से नहीं रोक सकता। राम मंदिर का दौरा करना अपने आप में एक राजनीतिक कदम है। इसके बाद वह एक दलित के घर गए थे, ताकि संकेत मिले कि भाजपा छुआछूत में विश्वास नहीं करती है।”
महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि बाबरी विध्वंस के बाद से लगभग सभी प्रमुख राजनेताओं ने राम मंदिर जाने से परहेज किया है, क्योंकि भूमि विवाद का मसला भी शामिल है। इसका मामला अब उच्चतम न्यायालय में है। हालांकि, उन्होंने कहा इस पर दो अपवाद भी हैं, एक बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह हैं, जिनकी सरकार में मस्जिद के ढांचे को गिराया गया था और दूसरे योगी आदित्यनाथ, जो सीएम बनने के बाद से अब तक 2 साल में 3 बार मंदिर आ चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना ने कहा कि कोई भी उन्हें (आदित्यनाथ) को धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां करने से नहीं रोक सकता है। सीएम चुनाव आयोग के आदेश का पालन कर रहे हैं। बता दें कि सीएम योगी एक दलित महावीर के घर पर लगभग आधे घंटे रुके थे। इसके बाद महावीर ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने हमारे दैनिक जीवन के बारे में बातें कीं।