Lok Sabha Election 2019: नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रामदास अठावले का ऐलान, भाजपा-शिवसेना के खिलाफ मुंबई नॉर्थ ईस्ट सीट से लड़ेंगे चुनाव
Lok Sabha Election 2019 (लोकसभा चुनाव 2019): केंद्र सरकार में मंत्री रहे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन का सिरदर्द बढ़ा दिया है। अठावले ने एनडीए सहयोगी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है।

Lok Sabha Election 2019: एनडीए सरकार में मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। रिपबल्किन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख अठावले ने राज्य की मुंबई नॉर्थ-ईस्ट संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात कही है।
अठावले ने कहा कि उन्होंने अपनी इस इच्छा से भाजपा को अवगत करा दिया था। लेकिन भाजपा की तरफ से इस बारे में कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है।
इस संसदीय क्षेत्र को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच मतभेद चल रहा है। मैं इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। भाजपा ने इस सीट से पूनम महाजन को टिकट दिया है।
अठावले ने कहा था कि यदि भाजपा अपने खाते की सीट का बलिदान देती है तो उसे राज्य में दलितों को वोट मिलेंगे। इससे पहले अठावले भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन होने से नाराज हो गए थे। उन्होंने अपनी नाराजगी को सार्वजनिक रूप से भी व्यक्त किया था।
Republican Party of India’s Ramdas Athawale: We kept forward our wish to let me contest from Mumbai North-East constituency, but haven’t received a positive response from BJP yet. Shiv Sena & BJP are having differences over this constituency, so I’m ready to contest from there pic.twitter.com/S1vp1YuJrK
— ANI (@ANI) March 29, 2019
अठावले ने कहा था कि जब दोनों दल एक दूसरे से बात करने के लिए तैयार नहीं थे उस दौरान मैंने इनके खिलाफ काफी बातें कही हैं। इस महीने की शुरुआत में अठावले ने कहा था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने उनसे संपर्क किया था लेकिन वह शरद पवार की पार्टी में नहीं जाएंगे।
एक टीवी चैनल से बातचीत में अठावले ने कहा कि था कि वह लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 7 से 8 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेंगे। वह कांग्रेस में शामिल होने से भी इनकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने उनका अपमान किया है इसलिए वह कांग्रेस में कभी शामिल नहीं होंगे।
यूपी में प्रियंका गांधी के चुनावी मैदान में उतरने के बारे में अठावले का कहना है कि प्रियंका के आने से सपा-बसपा के वोट कांग्रेस के खाते में चले जाएंगे। इससे राज्य में भाजपा को फायदा मिलेगा। अठावले दलित नेता के रूप में प्रसिद्ध है। उनकी छवि दलितों के पैरोकार के रूप में है।
साल 1999 से 2009 के बीच दो बार पंढर पुर से सांसद रह चुके हैं। साल 2009 में अठावले को शिवसेना के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था। साल 2014 में राज्यसभा के जरिये संसद पहुंचे थे। इसके बाद मोदी सरकार में उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया।
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