कमल हासन बोले- ‘हिंदू’ भारतीय शब्द नहीं है, मुगलों या उनके पहले के शासकों ने दिया यह नाम
कमल हासन के अनुसार, दक्षिण भारत के अध्यात्मिक गुरुओं ने कहीं भी हिंदू शब्द का उल्लेख नहीं किया है। मक्कल निधि मयम (एमएनएम) अध्यक्ष ने कहा कि अंग्रेजों ने बाद में इस नाम को आगे बढ़ाया।

अभिनेता से नेता बने कमल हासन हिंदुओं पर दिए अपने बयान को लेकर आलोचना झेल रहे हैं। अब एक बार फिर उन्होंने ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर हंगामा हो सकता है। दरअसल कमल हासन ने अपने ताजा बयान में कहा है कि ‘हिंदू’ भारतीय शब्द नहीं है और मुगलों या फिर उनके पहले के शासकों ने हिंदू नाम दिया है। कमल हासन ने कहा है कि “12 अलवर्स और न्यानमार्स ने भी हिंदू शब्द का उल्लेख नहीं किया है। हमें मुगलों या फिर उनके पहले के शासकों ने हिंदू शब्द से नवाजा है।” बता दें कि अलवर्स और न्यायनमार्स दक्षिण भारत के सबसे सम्मानित अध्यात्मिक गुरुओं की उपाधि है, जो कि वैष्णव मत और शैव मत को मानते थे।
कमल हासन ने यह बयान तमिल भाषा में दिया है, जिसे ट्विटर पर शेयर किया गया है। कमल हासन के अनुसार, दक्षिण भारत के अध्यात्मिक गुरुओं ने कहीं भी हिंदू शब्द का उल्लेख नहीं किया है। मक्कल निधि मयम (एमएनएम) अध्यक्ष ने कहा कि अंग्रेजों ने बाद में इस नाम को आगे बढ़ाया। बता दें कि कमल हासन ने इससे पहले अपने एक बयान में कहा था कि ‘आजाद भारत का पहला आतंकी एक हिंदू था। जिसने महात्मा गांधी की हत्या की।’ कमल हासन के इस बयान पर काफी हंगामा भी हुआ। शुक्रवार को उनके एक कार्यक्रम में पत्थर और अंडे भी फेंके गए।
शुक्रवार को अपने इस बयान पर सफाई देते हुए कमल हासन ने कहा कि ‘सभी धर्मों में आतंकी रहे हैं….हर धर्म के अपने आतंकी हैं और हम यह दावा नहीं कर सकते कि हमने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। इतिहास बताता है कि सभी धर्मों में कट्टरपंथी रहे हैं।’ उल्लेखनीय है कि कमल हासन के इस बयान पर भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा से भी जवाब मांगा गया था। इस पर साध्वी प्रज्ञा ने विवादित बयान देते हुए महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था। साध्वी के इस बयान पर विपक्षी पार्टियों ने साध्वी प्रज्ञा, भाजपा और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा था। हालांकि बाद में बयान पर हंगामा होने पर साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी।