Lok Sabha Election 2019 Date, Schedule: जम्मू-कश्मीर में फिलहाल नहीं होंगे विधानसभा चुनाव, 5 चरणों में सिर्फ लोकसभा के लिए पड़ेंगे वोट
Jammu-kashmir Lok Sabha Election 2019 Date, Schedule: जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से अटके विधानसभा चुनाव को लेकर अभी भी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। सुरक्षा कारणों के चलते राज्य की छह लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में चुनाव होंगे।

Jammu-Kashmir Lok Sabha Election 2019 Date, Schedule: चुनाव आयोग ने देशभर की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव कराने का ऐलान तो कर दिया लेकिन जम्मू-कश्मीर के विधान सभा चुनावों को टाल दिया है। फिलहाल वहां लोकसभा चुनाव ही होंगे। चुनाव आयोग ने रविवार (10 मार्च) को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते राज्य की छह लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में चुनाव होंगे लेकिन विधान सभा चुनाव अभी नहीं होंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल जून में बीजेपी-पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था। फिलहाल वहां, राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव की तारीखेंः राज्य में कुल छह लोकसभा सीटें हैं जिन पर पांच अलग-अलग चरणों में यानी 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल और 06 मई को मतदान होगा। पिछले चुनाव में इनमें से तीन बीजेपी (लद्दाख, उधमपुर, जम्मू) और तीन पीडीपी (बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग) के खाते में गई थीं। महबूबा ने मुख्यमंत्री बनने के बाद से अनंतनाग सीट खाली की थी। वहां लंबे समय से उपचुनाव भी नहीं हो पाया था। वहीं श्रीनगर सीट पर पीडीपी सांसद के इस्तीफे के चलते हुए उपचुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला को जीत मिली थी।
राज्यपाल शासन के बाद राष्ट्रपति शासन: राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव में 28 सीटों के साथ पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, वहीं बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। बाद में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के आधार पर बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी। लेकिन मतभेद के चलते दोनों पार्टियां अलग हो गईं और सरकार गिर गई। इसके बाद राज्य में राज्यपाल शासन लगा था जिसकी मियाद पूरी होने के बाद अब वहां राष्ट्रपति शासन है।
बता दें कि पिछले करीब एक साल से राज्य में कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है। इस बीच पुलवामा हमले समेत कई आतंकी घटनाओं, सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से होने वाले हमले और पत्थरबाजी के चलते लगातार अशांति का माहौल बना हुआ है। इसी वजह से राज्य में विधानसभा चुनाव टालने का फैसला लिया गया है।