Election 2019: लोजपा-जदयू ने बढ़ाई भाजपा की परेशानी, अखिलेश ने दी चेतावनी, जानिए दिन भर की राजनीतिक हलचल
General Election 2019, Lok Sabha Chunav India Latest News: आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़ी हर खबर की जानकारी। जानिए कब किस नेता ने क्या बयान दिया।

Elections 2019 India News: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अब बस कुछ महीने शेष रह गए हैं। राजनीतिक जोड़-घटाव व बयानबाजी शुरू हो गई है। लोजपा और जदयू जहां भाजपा की परेशानी बढ़ाते नजर आ रहे हैं। वहीं सीबीआई जांच में घिरे अखिलेश यादव ने भाजपा को ही चेतावनी दी है। इन सब के बीच मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी भाजपा ने तीन कमेटी का गठन किया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव जीतने के लिए 41 लोगों की तीन कमेटी का गठन किया है। राजनाथ सिंह, रवि शंकर प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिये राजनाथ सिंह को ‘संकल्प पत्र’ (चुनाव घोषणा पत्र) समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया, अरूण जेटली प्रचार शाखा का नेतृत्व करेंगे। वहीं नितिन गडकरी को सामाजिक स्वंयसेवी संगठन संपर्क की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन का ‘एकाध हफ्ते’ में एलान होने के संकेत देते हुए रविवार को कहा कि सपा और बसपा भाजपा के ही सिखाये पाठ पर अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। अखिलेश ने संवाददाताओं से बातचीत में सपा-बसपा के गठबंधन की औपचारिक घोषणा के समय के बारे में पूछे जाने पर कहा ‘‘गठबंधन का समय भी पता लगेगा आपको। बस, एकाध हफ्ते की बात है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो गणित सबको सिखाया……भाजपा ने अपना गणित ठीक करने के लिये देश में ना जाने कितने गठबंधन किये। शायद सपा-बसपा भी अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने की सम्भावनाओं के सवाल पर अखिलेश ने कहा ‘‘गठबंधन के दोनों नेताओं को तय करना है कि कांग्रेस साथ होगी या नहीं।’’
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में हुए कथित अवैध खनन मामले पर सीबीआई की कार्यवाही के बाद खुद से पूछताछ की आशंका के बारे में रविवार को कहा कि वह सीबीआई को जवाब देने के लिये तैयार हैं, मगर भाजपा यह याद रखे कि वह जिस संस्कृति को छोड़कर जा रही है, कल उसे भी उसका सामना करना पड़ेगा। अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में खुद पर सीबीआई जांच की आंच पड़ने की आशंका के सवाल पर कहा ‘‘ सपा इस कोशिश में है कि ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटें जीते। जो हमें रोकना चाहते हैं, उनके पास सीबीआई है। एक बार कांग्रेस ने सीबीआई जांच करायी थी, तब भी पूछताछ हुई थी। अगर भाजपा यह सब करा रही है और सीबीआई पूछताछ करेगी तो हम जवाब देंगे। मगर जनता भाजपा को जवाब देने के लिये तैयार है।’’
जदयू पार्टी की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि आगामी लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे, लेकिन ये भी कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं। रविवार को जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि 'नीतीश कुमार का राजनैतिक करियर देश में काफी प्रेरणादायक रहा है। उनके नेतृत्व में बिहार में अभूतपूर्व तरक्की हुई है। हालांकि पीएम मोदी ही एनडीए का चेहरा हैं, लेकिन यदि प्रधानमंत्री पद के लिए चर्चा होती है तो नीतीश कुमार टॉप के उम्मीदवारों में से एक होंगे।
भाजपा के सहयोगियों ने अब 'अपने' मुद्दे गिनाने शुरु दिए हैं। बीजेपी की सहयोगी लोक जन शक्ति पार्टी (एलजेपी) ने अब अपना रुख साफ कर दिया है। एलजेपी में संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आईना दिखाते हुए कहा कि, 'राम मंदिर और तीन तलाक हमारा मुद्दा नहीं है। पीएम मोदी को विकास की बात करनी चाहिए'। इससे पहले भाजपा और एलजेपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी विवाद रहा है। सीट बंटवारे को लेकर एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान की कुछ समय पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अरुण जेटली से मुलाकात हुई थी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव जीतने के लिए 41 लोगों की तीन कमेटी का गठन किया है। राजनाथ सिंह, रवि शंकर प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिये राजनाथ सिंह को ‘संकल्प पत्र’ (चुनाव घोषणा पत्र) समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया, अरूण जेटली प्रचार शाखा का नेतृत्व करेंगे। वहीं नितिन गडकरी को सामाजिक स्वंयसेवी संगठन संपर्क की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सपा और बसपा के गठबंधन को लेकर सरर्गिमयां खासी तेज हो गयी हैं। गठबंधन को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश और बसपा प्रमुख मायावती के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। माना जा रहा है कि गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल और कुछ अन्य छोटे दलों को भी शामिल किया जा सकता है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन का ‘एकाध हफ्ते’ में एलान होने के संकेत देते हुए रविवार को कहा कि सपा और बसपा भाजपा के ही सिखाये पाठ पर अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। अखिलेश ने संवाददाताओं से बातचीत में सपा-बसपा के गठबंधन की औपचारिक घोषणा के समय के बारे में पूछे जाने पर कहा ‘‘गठबंधन का समय भी पता लगेगा आपको। बस, एकाध हफ्ते की बात है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो गणित सबको सिखाया......भाजपा ने अपना गणित ठीक करने के लिये देश में ना जाने कितने गठबंधन किये। शायद सपा-बसपा भी अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने की सम्भावनाओं के सवाल पर अखिलेश ने कहा ‘‘गठबंधन के दोनों नेताओं को तय करना है कि कांग्रेस साथ होगी या नहीं।’’
पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को यू-टर्न लेते हुये कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं वाली टिप्पणी मजाक में की थी, जबकि विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह बयान टीएमसी और भगवा दल के बीच हुये एक "गुप्त समझौता" को दर्शाता है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए, घोष ने शनिवार को कहा था कि बनर्जी को "फिट रहने की जरूरत है" क्योंकि वह वर्तमान में एकमात्र ऐसी बंगाली हैं जिनके पास पहला बंगाली प्रधानमंत्री बनने का मौका है।
आगामी चुनाव में भाजपा की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के मुताबिक, आगामी चुनाव में भाजपा अपने दम पर लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा नहीं छू सकती है। भाजपा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 257 के आंकड़े को छू सकती है।
शीर्ष उद्योगपति केकी मिस्त्री का मानना है कि आसन्न आम चुनाव के कारण ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेजी मिल सकती है। मिस्त्री ने पीटीआई से कहा कि पिछले एक दशक में देश में किये गये कई सुधारों से आने वाले वर्षों में घरेलू अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ऐतिहासिक रुझानों से पता चलता है कि आम चुनाव से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेजी मिलती है और स्थानीय उद्यमियों को मदद मिलती है। आने वाले चुनाव से ग्रामीण मांग में तेजी आने की उम्मीद है।’’ अगले कुछ महीने बाद देश में आम चुनाव होने वाले हैं। एक वर्ग का मानना है कि आगामी चुनाव के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। मिस्त्री ने कहा कि आवासीय क्षेत्र पर सरकार के जोर देने, आवासीय क्षेत्र में वित्तपोषण की मांग बढ़ने तथा रेरा जैसे बदलाव से रीयल इस्टेट क्षेत्र विशेषकर किफायती आवास पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ मिल कर आगामी आम चुनाव में भाजपा को हराने में सक्षम है और इसके लिए कांग्रेस जैसी ‘‘गैर जरूरी’’ताकत की जरूरत नहीं है।हालांकि उन्होंने यह संकेत दिया कि सपा-बसपा गठबंधन रायबरेली एवं अमेठी निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ सकता है जिनका लोकसभा में प्रतिनिधित्व क्रमश: संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करते हैं। नंदा ने पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में बताया, ‘‘उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अनावश्यक ताकत है इसलिए हम उसे शामिल करने या बाहर रखने के बारे में सोच ही नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में सपा-बसपा गठबंधन मुख्य ताकत है तो भाजपा का सामना करेंगे। कांग्रेस एक या दो सीट पर हो सकती है। यह फैसला लेना कांग्रेस पर है कि वह अपने आप को कहां देखना चाहती है।’’
पंजाब से विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने आम आदमी पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में खैरा ने कहा "पार्टी अपने विधारधारा और सिद्धांतों से पूरी तरह भट चुकी है। जिस उद्देशय से अन्ना हजारे आंदोलन के बाद पार्टी का गठन किया गया था, वह उद्देशय अब पूरा होता नहीं दिख रहा है।"
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव विकास, रक्षा और देश के आत्मसम्मान जैसे मुद्दों पर लड़ेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा 300 से अधिक सीट जीतेगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सत्ता बरकरार रहेगी। शाह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘विकास, रक्षा और देश का आत्मसम्मान भाजपा के लिए अगले आम चुनावों में मुख्य मुद्दे होंगे। 300 से अधिक सीट जीतकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सत्ता बरकरार रखेंगे।’’
कोलकाता, पांच जनवरी (भाषा) भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष ने शनिवार को यह कह कर अपनी पार्टी में असहज स्थिति पैदा कर दी कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के देश की पहली बंगाली प्रधानमंत्री बनने की अच्छी संभावनाएं हैं। ममता को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए घोष ने कहा कि वह उनकी अच्छी सेहत और जिंदगी में कामयाबी की दुआ करते हैं, ‘‘क्योंकि हमारे राज्य का भविष्य उनकी सफलता पर निर्भर करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि वह फिट रहें ताकि वह अच्छा काम कर सकें। उन्हें फिट रहने की जरूरत है क्योंकि अगर किसी बंगाली के पीएम बनने की संभावनाएं हैं तो उनमें वही एक हैं।’’
अभिनेता प्रकाश राज ने चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान करते हुए शनिवार को कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव बेंगलुरु सेंट्रल सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ेंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुके अभिनेता ने एक ट्वीट में यह ऐलान किया। राज का जन्म बेंगलुरु में ही हुआ है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ 2019 संसदीय चुनाव। मेरी नई यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत करने और प्रतिक्रिया देने के लिए शुक्रिया। मैं कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा।'' आम आदमी पार्टी ने राज के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए।