करिश्मा मेहरोत्रा

Election Results 2019: हालिया आम चुनावों में भाजपा धमाकेदार जीत हासिल करते हुए दोबारा सत्ता पर काबिज हो गई है। 2019 के आम चुनावों में भाजपा की जीत 2014 के मुकाबले ज्यादा बड़ी रही और पार्टी ने अकेले दम पर 303 सीटें जीतीं। वहीं एनडीए को कुल 353 सीटें मिलीं। खास बात ये है कि भाजपा ने अल्पसंख्यक बहुल सीटों में भी आधे से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि पार्टी के जीते सांसदों में एक भी मुस्लिम नहीं हैं। बता दें कि देश में ऐसी 79 लोकसभा सीटें हैं, जहां अल्पसंख्यक आबादी 25 प्रतिशत से भी ज्यादा है।

Loksabha Election 2019 Results live updates: See constituency wise winners list

इस अल्पसंख्यक आबादी में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, पारसी, जैन आदि शामिल हैं। यूपीए-1 सरकार के कार्यकाल में इन सीटों को चिन्हित किया गया था, जहां सामाजिक कल्याण की दिशा में ज्यादा ध्यान दिया जाना था। भाजपा ने 2019 के आम चुनावों में ऐसी 79 सीटों में से 41 पर जीत दर्ज की है। बीते चुनावों के मुकाबले इन चुनावों में भाजपा को अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर 15 सीटें ज्यादा मिली हैं। वहीं कांग्रेस का प्रदर्शन इन सीटों पर गिरा है। बीते चुनावों में इन सीटों में से 12 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि 2019 के चुनावों में कांग्रेस को इनमें सिर्फ 6 सीटें मिली हैं। 2014 के चुनावों के मुकाबले भाजपा ने कांग्रेस से जो सीटें छीनी हैं, उनमें उत्तर पूर्वी राज्यों में 3 सीटें, वहीं एक सीट कर्नाटक और एक सीट पश्चिम बंगाल की है।

भाजपा की सीटों में बढ़ोत्तरी का कारण पश्चिम बंगाल में पार्टी की जीत शानदार रही। हालांकि उत्तर प्रदेश में पार्टी को बीते लोकसभा चुनावों के मुकाबले इस बार थोड़ा नुकसान हुआ है। बीते चुनावों में भाजपा ने अल्पसंख्यक बहुल इलाकों की सारी सीटें जीती थी, जबकि इस बार, सपा-बसपा गणबंधन के चलते भाजपा को इस बार यूपी से कम सीटों से संतोष करना पड़ा है। 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्पसंख्यक आबादी और आर्थिक और सामाजिक रुप से पिछड़ी इन लोकसभा सीटों में से पश्चिम बंगाल में 18, यूपी में 20 और उत्तर पूर्वी राज्यों में 16, बिहार में 7 सीटें हैं। 2014 के चुनावों में 23 मुस्लिम सांसद चुनकर आए थे, जबकि 17वीं लोकसभा में 25 मुस्लिम सांसद चुने गए हैं।