Bihar Election 2020 HIGHLIGHTS: बीजेपी ने जारी की 27 उम्मीदवारों की लिस्ट, देखिए किस क्षेत्र से कौन होगा प्रत्याशी
एलजेपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि जेडीयू प्रमुख का सारा ध्यान बिहार के विकास के काम करने के बजाय सिर्फ सीएम बने रहने पर हैं।

Bihar Election 2020 HIGHLIGHTS: भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए अपने 27 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। पार्टी ने भभुआ से रिंकी रानी पांडे को टिकट दिया है। रिंकी रानी भाजपा के दिवंगत विधायक आनंद भूषण पांडे की पत्नी हैं।आनंद का पिछले साल सामयिक निधन हो गया था। उसके बाद हुए उप चुनाव में रिंकी ने पार्टी की सीट बरकरार रखी थी। आजादी के बाद यह पहली बार था जब भभुआ से कोई महिला विधायक बनी हो।
इससे पहले 243 सीटों वाली विधानसभा में से जनता दल यूनाइटेड के हिस्से में 122 जबकि भाजपा के खाते में 121 सीट आई हैं। जदयू के कोटे से जीतन राम माझी की पार्टी 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। जबकि भाजपा अपने कोटे से मुकेश सहनी विकासशील इनसान पार्टी को सीटें देगी। इसको लेकर अभी बातचीत हो रही है।
उधर, लोजपा ने बिहार चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है लेकिन लोजपा के इस फैसले का विधानसभा चुनाव पर बड़ा असर पड़ सकता है। माना जा रहा है कि चिराग के इस फैसले से जदयू और सीएम नीतीश कुमार को नुकसान उठाना पड़ सकता है।वहीं, विपक्षी पार्टियां इससे फायदे में रह सकती हैं।
दरअसल लोजपा के एनडीए से जाने से दलित वोटबैंक पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। राजद पहले ही दलितों के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरने में जुटी हैं। हालांकि जदयू ने हम को गठबंधन में शामिल कर इसकी भरपाई की कोशिश की है लेकिन हम का अभी उतना जनाधार नहीं है, ऐसे में दलित मुद्दे पर नीतीश को घेरने की विपक्ष की रणनीति को चिराग के अलग चुनाव लड़ने के फैसले से फायदा मिल सकता है।
इसी के बरक्स अगर नीतीश की पार्टी जदयू से दलित वोट खिसके और लोजपा इन्हें अपने पक्ष में लामबंद नहीं कर पायी तो ये वोट विपक्ष के खाते में भी जा सकते हैं। वहीं कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है, जिसका विपक्ष को फायदा भी मिल सकता है।
Highlights
बिहार में जनता दल यू और लोजपा के बीच तनातनी को बीजेपी अच्छा नहीं मान रही है। पार्टी का कहना है कि एनडीए में सभी दल एकसाथ बिना किसी मतभेद के मजबूती से खड़े हैं। गौरतलब है कि चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा केंद्र में एनडीए के साथ है, लेकिन बिहार में एनडीए के ही घटक दल सत्ताधारी जनता दल यू का विरोध कर रही है।
भाजपा ने लैरिया से विनय बिहारी, बेतिया से रेणु देवी, रामनगर से भागीरथी देवी, रक्सौल से अजय सिंह, ढाका से पवन जायसवाल, राघोपुर से सतीश राय, हाजीपुर से अवधेश पटेल, छातापुर से नीरज बबलू, कटिहार से तारकिशोर प्रसाद, पूर्णिया से बिजय खेमका, दरभंगा से संजय सराबगी, जाले से जिवेश मिश्रा, जमुई से श्रेयशी सिंह, गोह से मनोज शर्मा, भभुआ से रिंकी पांडेय, मोहनिया से निरंजन राम, दीघा से संजीव चौरसिया, कुम्हरार से अरुण कुमार सिंह और सिवान से ओम प्रकाश यादव को टिकट दिया है।
मधुबन से राणा रणधीर सिंह, गया से प्रेम कुमार, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, लखीसराय से विजय सिन्हा, बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि, चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद, पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, बांका से रामनारायण मंडल को टिकट मिला है।
बिहार में एनडीए से अलग होने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को जोर दिया कि उनका भाजपा के साथ "बहुत सौहार्दपूर्ण" संबंध है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह 2014 से ही प्रधानमंत्री के साथ मजबूती से खड़े हैं जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का विरोध करते हुए गठबंधन छोड़ दिया था।
जद(यू) नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू के हिस्से में 122 सीटें आयी हैं जिसमें से हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के लिये हमने सात सीटें रखी हैं । भाजपा को शेष 121 सीटें मिली हैं जिसमें उनकी बात विकासशील इंसान पार्टी से चल रही है। भाजपा, वीआईपी पार्टी को इसके अनुरूप सीटें देगी।’
RJD ने आरा से विधायक अनवर आलम का टिकट काट दिया है। वह ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से मुलाकात कर रहे थे इस दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया जिसके बाद पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदलने का फैसला किया है।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव सहित कुछ राज्यों में होने जा रहे उपचुनावों पर चर्चा की। बैठक में कृषि और श्रम सुधार कानूनों पर भी चर्चा की गई। नड्डा की अध्यक्षता में नवगठित राष्ट्रीय पदाधिकारियों की टीम के साथ उनकी यह पहली बैठक थी। नड्डा ने इस बैठक को संबोधित भी किया। नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा मुख्यालय पर नवनियुक्त राष्ट्रीय पदाधिकारियों की प्रथम बैठक को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम संगठन के गौरव को बढ़ाते हुए जनसेवा व राष्ट्र उत्थान के संकल्प को पूरा करेंगे तथा जन-जन को संगठन के विचारों से जोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।’’ बैठक की जानकारी देते हुए भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम ने कहा कि ‘‘किसान जागरण अभियान’’ को जन-जन तक ले जाने को लेकर भी चर्चा हुई।
जद(यू) नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया, ‘‘ जद(यू) के हिस्से में 122 सीटें आयी हैं जिसमें से हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के लिये हमने सात सीटें रखी हैं । भाजपा को शेष 121 सीटें मिली हैं जिसमें उनकी बात विकासशील इंसान पार्टी से चल रही है। भाजपा, वीआईपी पार्टी को इसके अनुरूप सीटें देगी। ’
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की दीवार दरकती जा रही है। वीआईपी के अलग होने के बाद अब हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने भी महागठबंधन से किनारा कर लिया है। महागठबंधन ने एलान किया है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी। इससे पहले हेमंत सोरेन की पार्टी को लेकर कहा गया था कि वह राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। जेएमएम महासचिव सुप्रीयों भट्टाचार्य ने राजद पर दगाबाजी का आरोप लगाया है और कहा कि राजद अपनी पिछली बातों को याद नहीं रखती है।
प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (PDA) ने मंगलवार को पहले चरण के लिए अपने घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की घोषणा कर दी। इसमें 33 उम्मीदवार जन अधिकार पार्टी के और 16 एसडीपीआई और शेष सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशी होंगे।
बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह आज लोजपा में शामिल हो गए हैं। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की मौजूदगी में राजेंद्र सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा नेताओं की सीएम आवास पर सीएम नीतीश के साथ चल रही बैठक खत्म हो गई है। फिलहाल भाजपा नेताओं की डिप्टी सीएम सुशील मोदी के आवास पर बैठक चल रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा और जदयू के बीच सीटों के बंटवारे का ऐलान आज शाम पांच बजे होगा। दोनों पार्टियां संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीटों के बंटवारे का ऐलान करेंगी।
बक्सर की डुमरांव सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने पहुंचे ददन यादव ने नामांकन नहीं किया। दरअसल नामांकन के लिए पहुंचे ददन यादव के पास किसी का फोन आया, जिसके बाद वह वापस लौट गए और कल फिर से नामांकन करी बात कही।
सासाराम सीट से अशोक कुमार जदयू के उम्मीदवार होंगे। वहीं पूर्व मंत्री डॉक्टर अनिल कुमार ने टिकारी सीट से एनडीए समर्थित हम उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन किया है।
भाजपा ने लोजपा को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि लोजपा बीजेपी नेताओं के नाम का इस्तेमाल ना करे। भाजपा ने इस पर आपत्ति जतायी है और पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगने से मना कर दिया है। बता दें कि लोजपा ने बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है लेकिन पार्टी केन्द्र में अभी भी एनडीए की सहयोगी है।
भाजपा ने रक्सौल से अजय सिंह, ढाका से पवन जायसवाल, राघोपुर से सतीश राय, हाजीपुर से अवधेश पटेल, छातापुर से नीरज बबलू, कटिहार से तारकिशोर प्रसाद, पूर्णिया से विजय खेमका, जमुई से श्रेयसी सिंह, गोह से मनोज शर्मा, भभुआ से रिंकी पांडेय, मोहनिया से निरंजन राम, सिवान से ओम प्रकाश यादव को टिकट दिया है।
भाजपा ने अपने 36 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट के मुताबिक बिहार सरकार के मंत्री विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह को प्राणपुर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। मधुबन से राणा रणधीर सिंह, गया से प्रेम कुमार, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, लखीसराय से विजय सिन्हा, बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि, चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद, पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, बांका से रामनारायण मंडल, लैरिया से विनय बिहारी, बेतिया से रेणु देवी, रामनगर से भागीरथी देवी को टिकट दिया गया है।
बाहुबली नेता और मोकामा से विधायक अनंत सिंह को राजद से टिकट मिल सकता है। हालांकि अभी तक इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है। टिकट की घोषणा होने के तुरंत बाद ही अनंत सिंह नामांकन कर देंगे।
जदयू की तरफ से मधेपुरा विधानसभा सीटों पर निखिल मंडल, आलम नगर से नरेंद्र नारायण यादव, गायघाट से महेश्वर यादव, सुपौल से विजेन्द्र यादव, खगड़िया से पूनम यादव, परसा से चंद्रिका राय, महुआ से आसमां परवीन, सिकटा से खुर्शीद आलम, वाल्मिकीनगर से रिंकू सिंह, मांझी से गौतम सिंह, धमदाहा से लेसी सिंह उम्मीदवार होंगे।
लोजपा के बिहार में अकेले चुनाव लड़ने से भाजपा को गठबंधन में ज्यादा सीटें मिल सकती हैं क्योंकि जदयू को हम पार्टी को भी अपने कोटे में समाहित करना होगा। ऐसे में भाजपा बिहार चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम का फायदा लेने की कोशिश कर सकती है। लोजपा ने चूंकि सिर्फ जदयू के विरोध में गठबंधन से हटने का फैसला किया है तो कुछ सीटों पर पीएम मोदी के नाम पर लोजपा को भी कुछ फायदा हो सकता है।
लोजपा के बिहार में अकेले चुनाव लड़ने के फैसले से पार्टी को फायदा मिल सकता है। दरअसल नीतीश को इस बार सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जब लोजपा ने नीतीश की पार्टी जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो इसके चलते सत्ता परिवर्तन की चाह रखने वाले दलित वोट लोजपा के पक्ष में लामबंद हो सकते हैं।
चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि साल 2005 में लालू यादव की आरजेडी ने जिस सत्ता विरोधी लहर का सामना किया था, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ उससे भी बड़ी सत्ता विरोधी लहर है। बिहार चुनाव में अकेले किस्मत आजमाने के फैसले के बाद चिराग ने पार्टी कार्यकर्ताओं को खुला खत लिखा है जिसमें चिराग ने कार्यकर्ताओं का हौंसला बढ़ाते हुए कहा है कि हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
भाजपा और जेडीयू के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। दरअसल दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ था लेकिन अब इन पर सहमति बनने की खबर आयी है। सोमवार देर रात भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव पटना पहुंचे। आज दोनों पार्टियां औपचारिक रूप से सीटों के बंटवारे का ऐलान कर सकती हैं। माना जा रहा है कि ज्वाइंट सीपी में दोनों पार्टियां यह ऐलान करेंगी।
पटना जिले की सीटों पर भाजपा ने जिन नामों पर मुहर लगायी है उनमें दीघा से संजीव चौरसिया, बांकीपुर से नितिन नवीन, कुम्हारा से अरुण सिन्हा, पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, बाढ़ से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानु, बख्तियारपुर से रणविजय सिंह, दानापुर से आशा सिन्हा, बिक्रम से अतुल कुमार का नाम शामिल है।
राजद ने अपने उम्मीदवारों की जो पहली लिस्ट बनायी है, उसके मुताबिक शेरघाटी से पार्टी ने मंजू अग्रवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं दिनारा से विजय मंडल पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
राजद ने बिहार चुनाव के लिए 24 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। बता दें कि इस लिस्ट में से 7 उम्मीदवार राजद नेताओं के ही पत्नी, बेटा-बेटी हैं। यानि कि 24 में से 7 टिकट परिवारवाद के खाते में गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
चिराग ने कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा है कि यह फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया है। अपने पिता और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान का जिक्र करते हुए चिराग ने लिखा कि पापा ने हमेशा कहा है कि कभी अकेले चलने से मत घबराना। अगर रास्ता और मकसद ठीक होगा तो लाखों लोग तुम्हारे साथ आएंगे।
बिहार चुनाव के लिए जीतनराम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी ने अपने सात उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। गौरतलब है कि सात में से 4 उम्मीदवारों में जीतनराम मांझी और उनके रिश्तेदारों का नाम शामिल है। मांझी इमामगंज सीट से चुनाव लड़ेंगे और उनका सामना राजद नेता उदय नारायण चौधरी से होगा।
राजद ने लोजपा और भाजपा को झटका देते हुए उनके दो नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है। इनमें लोजपा के खगड़िया से सांसद महबूब अली कैसर के बेटे यूसुफ कैसर और पूर्व सांसद और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विश्वमोहन मंडल शामिल हैं। दोनों नेताओं को तेजस्वी यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई बात नहीं हुई है। एएनआई से बातचीत में पासवान ने कहा कि बिहार की जनता का नीतीश कुमार पर कोई भरोसा नहीं रह गया है।
बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की सीईसी की बैठक में 40 से अधिक उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘बैठक में 40 से अधिक उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। इनमें से ज्यादातर उम्मीदवार पहले चरण और दूसरे चरण के मतदान से जुड़ी सीटों के लिए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि बहुत जल्द उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी।’’ इस चुनाव में राजद और वाम दलों के साथ तालमेल करके उतर रही कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राजद 144 और वाम दल 29 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
बिहार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक की, अपनी पारंपरिक विधानसभा सीट फुलवारी शरीफ से टिकट हासिल करने की उम्मीदों को उस समय झटका लगा जब यह सीट महागठबंधन में सीटों के तालमेल के तहत भाकपा-माले के खाते में चली गई। रजक करीब दो महीने पहले ही जनता दल (यू) छोड़कर राजद(राष्ट्रीय जनता दल) में शामिल हुए थे और उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फुलवारी शरीफ सीट से टिकट देगी।
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के खुले पत्र को लेकर जद (यू) ने सोमवार को उन पर निशाना साधा। चिराग पासवान ने अपने पत्र में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत पार्टी को वोट देने से भविष्य की पीढ़ी पलायन के लिए बाध्य होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाने के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की सोमवार को बैठक हुई और जल्द ही प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, सीईसी की बैठक में 40 से अधिक उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘बैठक में 40 से अधिक उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। इनमें से ज्यादातर उम्मीदवार पहले चरण और दूसरे चरण के मतदान से जुड़ी सीटों के लिए हैं।’’
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 साल के शासन काल के दौरान उत्पन्न सत्ता विरोधी लहर 2005 में लालू प्रसाद यादव नीत राजद के कार्यकाल में पैदा हुई लहर से भी बड़ी है। चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन से इसलिये बाहर आई है ताकि मौजूदा गठबंधन में बने रहने को लेकर बाद में उन्हें किसी बात का 'अफसोस' न हो। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि वे नीतीश कुमार को एक बार फिर से मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहते। उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू नेता कुमार का ध्यान बिहार के विकास के लिये काम करने के बजाय केवल मुख्यमंत्री बने रहने पर है। पासवान ने कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कुमार के लंबे शासन काल में कोई काम नहीं हुआ और बिहार को विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा नीत सरकार बनने पर वास्तव में 'डबल इंजन' की सरकार मिलेगी, जिसका जिक्र अकसर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करते रहे हैं।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वो बिहार चुनाव में उतरकर भाजपा को फायदा नहीं पहुंचा रहे है। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा लालू यादव की आरजेडी की वजह से चुनाव जीतती रही है। बिहार में ओवैसी की पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव की पार्टी के साथ एक अलग मोर्चा गठित किया है। औवेसी ने दावा किया कि आंकड़े इस बात को साबित करते हैं कि एमआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से भाजपा को फायदा नहीं होता। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी बातचीत उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और बहुजन समाज पार्टी के साथ भी हो रही है, उन्होंने कहा, 'हमारे गठबंधन संयुक्त जनतांत्रिक सेकुलर गठबंधन (यूडीएसए) के संयोजक देवेन्द्र प्रसाद यादव चर्चा कर रहे हैं और वे बातचीत करके इस बारे में निर्णय करेंगे।' उन्होंने कहा, 'अगर बिहार में भाजपा जीतती रही है तो उसकी जिम्मेदार आरजेडी है। आरजेडी की वजह से भाजपा बिहार में जीतती रही है।।'
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी 2015 की ही तरह 2020 में भी दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव मैदान में होंगे। इस बार उन्होंने एक सीट में बदलाव कर दिया है। वे मखदुमपुर की बजाय इस बार सिकंदरा से जोर-आजमाइश करेंगे। इमामगंज जहां से वे पिछली बार जीत कर विधानसभा पहुंचे थे, वहां से तो वे मैदान में रहेंगे ही। कुल सात सीटों में से दो पर खुद और दो पर रिश्तेदारों के चुनाव लड़ने की खबर पर आज हम कार्यालय के आगे टिकट दावेदारों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने लोगों से अपील की है कि वे नीतीश कुमार की जेडीयू के पक्ष में मतदान नहीं करें। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अगली सरकार उनकी पार्टी और भाजपा के गठबंधन की बनेगी। नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए एलजेपी एक दिन पहले ही बिहार में एनडीए से अलग हो गई थी। चिराग पासवान ने एक खुले पत्र में बिहार के मतदाताओं से कहा कि जेडीयू को मत देने से कल उनके बच्चे बाहर जाने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले तीन चरण के चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए लोगों से समर्थन मांगा।
एआईएमआईएम के नेता एवं हैदराबाद के सांसद सांसद असदुद्दीन औवैसी ने बिहार चुनाव में उतरकर भाजपा को फायदा पहुंचाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि बिहार में लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल के कारण भाजपा गठबंधन जीतती रही है। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव की पार्टी के साथ एक अलग मोर्चा गठित किया है। औवेसी ने दावा किया कि आंकड़े इस बात को साबित करते हैं कि एमआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से भाजपा को फायदा नहीं होता। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
बिहार में अलग चुनाव लड़ने के निर्णय के बाद एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया वोट लोगों को पलायन करने पर मजबूर करेगा। उन्होंने कहा कि 'बिहार राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण है। करोड़ों बिहारियों के जीवन मरण का प्रश्न है, क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है। जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा।।
बिहार में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को होंगे तथा 10 नवंबर को मतगणना होगी। पहले चरण में 71 सीटों के लिए चुनाव होंगे और इसके लिए नामांकन प्रक्रिया एक से आठ अक्टूबर के बीच चलेगी। प्रदेश विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजद ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी ने बोधगया से सर्वजीत कुमार, जगदीशपुर सीट से रामविशुन लोहिया, नोखा सीट से अनीता देवी, जमुई सीट से विजय प्रकाश, रामगढ़ सीट से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर कुमार सिंह, बेलहर से रामदेव यादव, झाझा से राजेंद्र यादव, मखदुमपुर से सूबेदार दास, चकाई से सावित्री देवी, शाहपुर सीट से राहुल तिवारी, जहानाबाद सीट से सुदय यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। इस चुनाव में ‘Plurals’ पार्टी भी किस्मत आजमा रही है। पार्टी पुष्पम प्रिया के नेतृत्व में चुनावी दंगल में ताल ठोक रही है। इस बीच पुष्पम प्रिया की पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस बीच इस लिस्ट के दो कॉलम ऐसे हैं जिसने सबका ध्यान खींचा है। दरअसल जो लिस्ट पार्टी ने जारी की है उसमें उम्मीदवारों की जाति में उनका पेशा या उनकी काबिलियत को दर्शाया गया है, वहीं धर्म के कॉलम में बिहारी धर्म की बात कही गई है। प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने पहले चरण में 71 सीटों पर होने वाले चुनाव को देखते हुए अपने 40 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है।
एनडीए में सीटों के बंटवारा की आधिकारिक घोषणा आज होने की उम्मीद है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव व बिहार बीजेपी चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़णवीस के साथ जेडीयू के दिग्गजों की लगातार बैठकों के बाद सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला ले लिया गया है।
सोमवार को सबसे पहले जेडीयू ने प्रथम चरण के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। इसके बाद आरजेडी और अब सीपीआई माले ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है। देखें लिस्ट -
पालीगंज- संदीप सौरभ
आरा- कयामुद्दीन अंसारी
अंगिआव - मनोज मंजिल।
तरारी- सुदामा प्रसाद
डुमरांव- अजित कुमार सिंह
काराकाट-अरुण सिंह
अरवल- महानंद प्रसाद
घोषी- रामबली सिंह यादव
दूसरा चरण: 3 अक्टूबर
भोरे- जितेंद्र पासवान
जीरादेई- अमरजीत कुशवाहा
दरौली- सत्यदेव राम
दरौंदा- अमरनाथ यादव
दीघा- शशि यादव
फुलवारी- गोपाल रविदास
तीसरा चरण: 7 अक्टूबर
सिकटा- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता
औराई- आफताब आलम
बलरामपुर- महबूब आलम
कल्याणपुर- रंजीत राम
वारिसनगर - फूलबाबू सिंह
वैशाली की महनार या लालगंज सीट पर पूर्व सांसद रामा सिंह का दावा है। इनमें किसी एक सीट पर आरजेडी नेता विशुनदेव राय के भतीजे डॉ. मुकेश रंजन का भी दावा है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने दोनों दावेदारों को आमने-सामने बैठा कर बात की, लेकिन महनार सीट पर फंसा पेंच हल नहीं हो सका। दोनों को आज सुबह भी राबड़ी आवास बुलाया गया था।
राष्ट्रीय जनता दल ने कई उम्मीदवारों का टिकट फाइनल कर दिया है। अब कई अन्य राजद नेताओं को भी टिकट मिलने की उम्मीद है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ओबरा विधानसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव की बेटी दिव्या प्रकाश को मुंगेर की तारापुर सीट से आरजेडी का टिकट मिल सकता है। पूर्व मंत्री विजय प्रकाश जमुई सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। मधुबनी से समीर कुमार महासेठ एवं गोह से भीम सिंह प्रत्याशी हो सकते हैं।
आरजेडी के सक्रिय कार्यकर्ता एवं पालीगंज विधानसभा से टिकट के प्रबल दावेदार सुनील यादव ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आज नामांकन करने का एलान किया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि बक्सर सीट एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा के खाते में चली गई है। माना जा रहा था कि हाल ही में जदयू में शामिल पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय यहां से चुनवी मैदान में उतरेंगे। लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि यह सीट भाजपा के पाले में है तो लोग कयास लगाने लगे हैं कि क्या पूर्व डीजीपी अब भाजपा में शामिल होंगे?