गठबंधन से टूटी समझौते की आस, इन पांच राज्यों की 33 सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी आप
इस बात के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे थे आप कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) आगामी लोकसभा चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। फिलहाल पार्टी ने चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 33 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक आप दिल्ली की सात, पंजाब की तेरह, हरियाणा की दस, गोवा की दो और चंडीगढ़ की एक (कुल 33) लोक सभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक में निर्णय लिया है कि 33 लोकसभा सीटों पर ही फोकस रखा जाए।
इस बात के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे थे आप कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एबीपी न्यूज से कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है लेकिन भाजपा को रोकने के लिए बन रहे गठबंधन का वह स्वागत करते हैं। संजय सिंह ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू और शरद यादव के साथ अरविंद केजरीवाल की मुलाकात किसानों के मुद्दे, सीबीआई, आरबीआई के मुद्दे पर आधारित थी। इससे महागठबंधन में शामिल होने की अटकलें मीडिया ने लगाई थी।
आप ने दिल्ली की सात सीटों में से पांच पर पहले ही प्रभारी घोषित कर दिए थे जो संभवत: उस संसदीय सीट के संभावित उम्मीदवार हैं। पंजाब में भी पार्टी तेरह में से पांच कैंडिडेट का एलान पहले ही कर चुकी है। अब माना जा रहा है कि पार्टी 15 फरवरी तक बाकी बचे सीटों पर भी उम्मीदवारों के नामों का एलान कर देगी। बता दें कि आप के साथ गठबंधन को लेकर मीडिया में पिछले कुछ महीनों से अटकलें लगाई जा रही थीं। इन अटकलों को तब और बल मिला जब एक मंच पर केजरीवाल और राहुल गांधी को देखा गया। इसके अलावा भाजपा के खिलाफ गठबंधन के पैरोकार यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा समेत शरद यादव, ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू भी केजरीवाल के साथ सियासी संभावनाओं पर बातचीत कर चुके हैं।